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मैं केवल सुभाष घेई जैसी अच्छी फिल्में ही बनाना चाहता हू

बॉलीवुड में नये और उभरते हुए फिल्मकारों का निरंतर आगमन हो रहा है। ग्लोबल व कार्पोरेट कल्चर का फंडा अपनाते हुए अनेक फिल्मकारों-निर्माताओं को बॉलीवुड आकर्षित रहा है। मुंबई और बाहर के भी अन्य व्यवसाय से जुड़े लोगों को बॉलीवुड में भी अपना व्यवसाय करना लुभा रहा है और क्यों न लुभाए? आज बालीवुड ने 'लोकल' से हॉलीवुड यानी ग्लोबल धरती में अपनी पहचान बनाई है। सो उसी के आकर्षण में आए है उभरते उदीयमान निर्माता कृष्ण चौधरी। वे मूल रुप से दिल्ली निवासी है और फिल्म निर्माण के क्षेत्र में अपने कदम बढ़ा रहे हैं। उनसे जब उनके म्हाडा अंधेरी पश्चिमी स्थित खूबसूरत कार्यालय में मुलाकात होती है, तो आत्मीयता से मिलाकर अपनी फिल्म 'रोक' व अन्य योजनाओं की जानकारी देते हैं। कृष्ण चौधरी बताते हैं कि दिल्ली में उनके परिवार का रेस्ता है व बिल्डर एवं डेवलेपमेंट का व्यवसाय है। बालीवुड में भी सक्रिय रहे हैं वह सक्रियता निरंतरता में नहीं बदल पाई। अब लेकिन पूर्ण रूप से एक नई कंपनी 'आईकॉन' को स्थापित किया है। इसमें उनकी सांझीदार लेखक नीरज पाठक भी हैं। इस तरह अब 'आईकॉन' एक कार्पोरेट कंपनी की तरह अपनी राह चलेगी और उसकी शुरुआत फिल्म 'राइट या रांग' से की गई थी। कृष्ण चौधरी ने अपनी कंपनी की शुरुआत काफी बड़े व्यवसायिक अंदाज में की है और 'राइट या रांग' फिल्म का प्रस्तुतकर्ता प्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक सुभाष घई को बनाया है। इसे घई का मुक्ता आर्ट बैनर त्रिमूर्ति फिल्मस् प्रस्तुत करेगा। कृष्ण चौधरी इस संबंध में विस्तार से जानकारी देते हैं। वे बताते हैं कि सन्नी देओल स्टाटर 'राइट या रांग' फिल्म के लेखक व निर्देशक नीरज पाठक है तथा वे इसमें प्रोडयूसर भी है। सो, नीरज की सुभाष घई से अच्छी पहचान है, चूंकि उन्होंने घई की फिल्म 'परदेश' का लेखन किया था और हाल ही में फिल्म 'अपने' की कथा पटकथा लिखी है। इस तरह जब घई से नीरज की कहानी बाबत बात हुई तो उन्होंने सहर्घ प्रस्तुत करने में हामी भर दी। 'राइट या रांग' अब बन कर तैयार है और जल्द ही रिलीज होने जा रही है। इसके पहले कृष्ण चौधरी, जैकी श्राफ को लेकर फिल्म भूत अंकल का निर्माण व सफलता पूर्वक रिलीज भी कर चुके हैं। अपनी अगली फिल्म 'रोक' के बारे में बताते हैं कि यह फिल्म आइकोन फिल्मस के बैनर तले बन रही है व इसमें निर्माता के रुप में मेरे साथ सदाबहार हीरो सुमित सहगल व विपिन जैन भी है। अपने ग्लैमर के लिए मशहूर दो हीरोइनें तनुश्री दत्ता व उदिता गोस्वामी एक साथ पहली बार एक सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म 'रोक' में काम कर रही है। 'राक' एक हॉरर कहानी है जो सुपर नेचरल होने के साथ प्रत्यक्ष अनुभवों पर भी आधारित है जो दर्शकों को उसके डरावने पन व सस्पेंस के कारण पैदा होने वाले मनोरंजन के कारण दर्शकों को फिल्म के अंत तक अपनी सीट से बांधे रखेंगी। फिल्म का निर्देशन कर रहे है राजेश रणशिंगे जो इसके पहले कई डरावने हॉरर टी वी सीरियल बना चुके है जिनमें प्रमुख है श श श...कोई है, आहट एवं सी.आई.डी। फिल्म में तनु व उदिता पहली बार बहनों का किरदार कर रही है। 'रोक' हॉरर व सुपर नेचरल होने के साथ आधुनिक दौर की हॉरर फिल्म भी है जो भौतुक अनुभवों पर आधारित है। इस फिल्म की कहानी वो है जो मैंने स्वयं जीवन में अनुभव की है। इस फिल्म को लेकर मैं अतिउत्साहित ही नहीं अति आतुर भी हूं। 'यह फिल्मÓ 'रोकÓ सुपर नेचरल के अलावा बिल्कुल स्वयं के अनुभवों पर आधारित है। मैंने स्वयं के जीवन में कुछ ऐसा अनुभव किया है जिससे मुझे इस कहानी को सेल्यूलाइड के पर्दे पर उतारने के लिए प्रेरित किया है। हमने बहुत ही सोच समझ कर आज के दौर के दर्शकों के लिए इस कहानी व इसके कलाकारों का चयन किया है। कहानी की मांग के अनुसार ही ये दो ग्लैमर हीरोइनें इस फिल्म में एक साथ दिखाई देंगी। दर्शकों को फिल्म के माध्यम से बांधे रखना अत्यंत चुनौती भरा काम है। मैंने इस चुनौती को स्वीकार किया है। अब तो दर्शक पर्दे पर ही देख कर चुनाव कर पायेंगे कि हम कितने सफल रहे हैं। कहानी के बारे में भी अभी कुछ कहना जल्द बाजी होगी पर इतना अवश्य है कि मेरी पिछली फिल्मों में यह अलग व चौकाने वाली होगी। फिल्म में तनुश्री दत्ता व उदिता गोस्वामी के साथ अन्य मुख्य कलाकार है शाद रंधावा, सचिन खेडेकर, अश्विनी कालस्कर, प्रीति शर्मा, निशी गंधा वाड, मुरली शर्मा एवं आरिफ जकरिया। फिल्म की शूटिंग 12 अगस्त से लगातार चल रही है और फिल्म अब तक 90 प्रतिशत बन कर तैयार है। यह एक थ्रिलर फिल्म है तो गाने? इस सवाल के जवाब पर वे बताते है कि थ्रिलर के सभी मजे हैं, साथ ही विशेष तौर पर बने खूबसूरत गीत भी है। साथ में यह भी जोड़ते है कि सुमीत सहगल जी ने भी कथा-पटकथा व गीत संगीत में स्वयं रुचि ली है और निरंतर इस क्षेत्र में अपनी नजर रखे है, तथा उनका अनुभव सर्वोपरि है। कृष्ण चौधरी ने फिल्म को एक ही शिड्यूल में अगस्त से अक्टूबर के बीच पूर्ण करने का निर्णय लिया है और इस हेतु सभी कलाकारों की तारीख मिल गई है तथ जनवरी 2010 तक इसे रिलीज करने की योजना है। 'आईकॉन' की इस फिल्म 'रोक' हैं। इसके बाद की क्या योजना है? इस पर कृष्ण चौधरी संजीदगी से जानकारी देते है कि एक कार्पोरेट कंपनी की तर्ज पर कंनी काम करेगी। अब कॉलीवुड में सिंगल प्रोडयूसर बने रहना वैसे भी कठिन हो रहा है। सो 'आईकॉन' साल में तीन फिल्मों का तो निर्माण अवश्य करेगी। अगली फिल्म हम इसी माह में शुरु करने जा रहे हैं। बाकी समय के हिसाब से और योजना बनती जाएगी। उद्देश्य सुभाष घई जी जैसी हमेशा अच्छी मनोरंजक फिल्में बनाने की ही रहेगा। -अशोक भाटिया, मुंबईJustify Full

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