शराबी सेना के सेनापति बने अजीत रतन
बुरा ना मानो होली है
01 मार्च 2010सिरसा(हो.मु.) पूर्व मंत्री लक्ष्मण दास अरोडा के कभी करीबी रहे तथा वर्तमान में नई पार्टी शामिल में शामिल होने की तैयारी में जुटे कांग्रेसी नेता अजीत सिंह रतन ने अपने गिने चुने समर्थकों से विचार विर्मश उपरांत कांग्रेसी दिग्गज राहुल सेतिया की पंजाबी सेना की तर्ज पर शराबी सेना का गठन किया है-जिसके सेनापति वह स्वंय होंगे। श्री रतन ने हो.मु. को बताया कि मुख्यमंत्री हुड्डा द्वारा नई आबादी नीति से बढ़ती मंहगाई के चलते शराबियों पर बोझ पडेगा। उन्होने बी.पी.एल कार्ड की तर्ज पर प्रदेश के शराबियों को डी.डी.ऐ मैंबर(डेली ड्रिकंर ऐसोसियेशन मैंबर) का कार्ड जारी करना चाहिए-जिन्हे प्रदेश के सभी ठेकों पर 20 से 25 प्रतिशत की छुट मिलनी चाहिए। शराबी राज्य के विकास में आबकारी राजस्व में निरंतर वृद्धि करके सरकार के कमाऊ पूत बने हुए है और कमाऊ पूत के साथ साथ ज्यादती शराबी सेना बर्दाशत नहीं करेगी। श्री रतन ने धमकी दी है कि सरकार ने उनकी मांगों और समस्याओं के प्रति ध्यान नहीं दिया, तो शराबी नशे की गोलियां खानी शुरू कर देंगे। उन्होने यह भी दावा किया है कि सिरसा में शहर के लगभग 15 प्रतिशत मतदाता डेली ड्रिंकर है और शहर के 31 वार्डों में 17 वार्डों पर 15 प्रतिशत वोट हासिल करने वाला ही पार्षद बनता है और शराबी सेना सभी वार्डो में अपने उम्मीदवार खडे करने के साथ साथ परिषद पर कब्जा करने उपरांत सुलझ शौचालयों की तरह ऐ.सी अहाते बनायेगी, जिसमें न्यूनतम दर पर शराबियों दर पर शराबियों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जायेगी।