सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की बैठक संपन्न
02 मार्च 2010
हिसार(सिटीकिंग) हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ-70 संबद्ध सर्वकर्मचारी संघ हरियाणा की राज्य कार्यकारिणी की मीटिंग गत 27, 28 फरवरी को जींद में राज्य प्रधान बलबीर सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई मीटिंग में निम्र एजेंडा पर विस्तार से चर्चा हुई। जिला प्रधान रामकिशन पूनिया ने मीटिंग में लौटने के बाद बताया कि निदेशक प्राथमिक व महानिदेशक माध्यमिक का रवैया अध्यापकों की मांगों का लटकाने का रहता है इसमें राज्य कार्यकारिणी ने फैसला किया कि अप्रैल महीने में चण्डीगढ़ में अनिश्चितकालीन पड़ाव डाला जाएगा जिसमें पूरे हरियाणा से हजारों हजार अध्यापक भाग लेंगे जो मांगे लटकी पड़ी हैं उनमें तीन मूल कैडर बनाने, सभी प्रकार की पदोन्नति सूची जारी करने, स्थायीकरण करने, स्थाई स्थानांतरण नीति बनाने आदि प्रमुख मांगों तथा मिड-डे मील को तमिलनाडू पैटर्न लागू करने, प्राथमिक अध्यापकों की मुख्य शिक्षक पदोन्नति साल में दो बार करने-मीटिंग में महिला अध्यापकों की समस्याओं को लेकर जिला स्तर पर सम्मेलन करके जिलाधीश को ज्ञापन देने, इसी कड़ी में जिला हिसार 7 मार्च 2010 को प्रात: 11 बजे जाट सीनियर सैकेंडरी स्कूल में जिला स्तर का एक अध्यापिका सम्मेलन करेगा तथा मीटिंग में शिक्षा बोर्ड भिवानी के खिलाफ आंदोलन की समीक्षा की तथा 25 फरवरी को शिक्षा सचिव व अधिकारियों से हुई बातचीत का ब्यौरा दिया गया तथा अध्यापक संघ के आंदोलन करने के निर्णय को उपलब्धि के रूप में दर्ज किया गया जिसमें प्रमुख मांगों को अध्यापक संघ ने उठाया था जिसमें आठ मांगों को लेकर समझौता संपन्न हुआ। इसमें सुपरवाइजर की ड्यूटी खण्ड के अंदर लगाने, केंद्र अधीक्षक की ड्यूटी उपमण्डल में लगाने, अध्यापकों की समस्याओं को हल करने के लिए विशेष कंट्रोल रूम बनाने, अग्रिम राशि ज्यादा भेजने तथा कनिष्ठ कर्मचारी से भुगतान शुरू करने, चार नए मूल्यांकन केंद्र ऐलनाबाद, टोहाना, तोशाम, होडल बाने बारे तथा राजपत्रित अवकाश को मूल्यांकन ना करने बारे तथा अगले सत्र से उपमंडल स्तर पर उत्तर पुस्तिका संग्रहण केंद्र बनाने बारे आदि मांगों पर सहमति हुई, नए सत्र के शुरू में किताबें उपलब्ध करवाने बारे भी सहमति हुई। इन मांगों को मनवाने के लिए 18 जनवरी को जिला स्तर पर प्रदर्शन तथा 2 फरवरी को राज्य स्तरीय प्रदर्शन किया था अध्यापक संघ इस समझौते को एक जीत के रूप में दर्ज करता है।
हिसार(सिटीकिंग) हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ-70 संबद्ध सर्वकर्मचारी संघ हरियाणा की राज्य कार्यकारिणी की मीटिंग गत 27, 28 फरवरी को जींद में राज्य प्रधान बलबीर सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई मीटिंग में निम्र एजेंडा पर विस्तार से चर्चा हुई। जिला प्रधान रामकिशन पूनिया ने मीटिंग में लौटने के बाद बताया कि निदेशक प्राथमिक व महानिदेशक माध्यमिक का रवैया अध्यापकों की मांगों का लटकाने का रहता है इसमें राज्य कार्यकारिणी ने फैसला किया कि अप्रैल महीने में चण्डीगढ़ में अनिश्चितकालीन पड़ाव डाला जाएगा जिसमें पूरे हरियाणा से हजारों हजार अध्यापक भाग लेंगे जो मांगे लटकी पड़ी हैं उनमें तीन मूल कैडर बनाने, सभी प्रकार की पदोन्नति सूची जारी करने, स्थायीकरण करने, स्थाई स्थानांतरण नीति बनाने आदि प्रमुख मांगों तथा मिड-डे मील को तमिलनाडू पैटर्न लागू करने, प्राथमिक अध्यापकों की मुख्य शिक्षक पदोन्नति साल में दो बार करने-मीटिंग में महिला अध्यापकों की समस्याओं को लेकर जिला स्तर पर सम्मेलन करके जिलाधीश को ज्ञापन देने, इसी कड़ी में जिला हिसार 7 मार्च 2010 को प्रात: 11 बजे जाट सीनियर सैकेंडरी स्कूल में जिला स्तर का एक अध्यापिका सम्मेलन करेगा तथा मीटिंग में शिक्षा बोर्ड भिवानी के खिलाफ आंदोलन की समीक्षा की तथा 25 फरवरी को शिक्षा सचिव व अधिकारियों से हुई बातचीत का ब्यौरा दिया गया तथा अध्यापक संघ के आंदोलन करने के निर्णय को उपलब्धि के रूप में दर्ज किया गया जिसमें प्रमुख मांगों को अध्यापक संघ ने उठाया था जिसमें आठ मांगों को लेकर समझौता संपन्न हुआ। इसमें सुपरवाइजर की ड्यूटी खण्ड के अंदर लगाने, केंद्र अधीक्षक की ड्यूटी उपमण्डल में लगाने, अध्यापकों की समस्याओं को हल करने के लिए विशेष कंट्रोल रूम बनाने, अग्रिम राशि ज्यादा भेजने तथा कनिष्ठ कर्मचारी से भुगतान शुरू करने, चार नए मूल्यांकन केंद्र ऐलनाबाद, टोहाना, तोशाम, होडल बाने बारे तथा राजपत्रित अवकाश को मूल्यांकन ना करने बारे तथा अगले सत्र से उपमंडल स्तर पर उत्तर पुस्तिका संग्रहण केंद्र बनाने बारे आदि मांगों पर सहमति हुई, नए सत्र के शुरू में किताबें उपलब्ध करवाने बारे भी सहमति हुई। इन मांगों को मनवाने के लिए 18 जनवरी को जिला स्तर पर प्रदर्शन तथा 2 फरवरी को राज्य स्तरीय प्रदर्शन किया था अध्यापक संघ इस समझौते को एक जीत के रूप में दर्ज करता है।