किसानों को नई कृषि प्रोद्योगिकी को अपनाने में गुरेज नहीं करना चाहिए:जगदीश नेहरा
सिरसा(सिटीकिंग) पूर्व शिक्षा व सिंचाई मंत्री जगदीश नेहरा का कहना है कि किसानों को नई कृषि प्रोद्योगिकी को अपनाने में गुरेज नहीं करना चाहिए। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के सामुदायिक रेडियो के कार्यक्रम हैलो सिरसा में पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह चौहान के साथ क्षेत्र के लोगों से रूबरू हुए नेहरा ने कहा कि अब समय आ गया है कि सब लोग पानी के महत्व और आने वाले समय में सब ओर होने वाली इसकी किल्लत के प्रति जागरूक हों। इस लिहाज से किसानों को टपका व फव्वारा प्रणाली से खेतों की सिंचाई करने की ओर प्रवृत्त होना होगा। हालांकि इस दिशा में बढऩे वाले कदमों के सामने बाधाएं भी बहुत आएंगी मगर ऐसा करना समय की आवश्यकता बना गया है। कार्यक्रम में उन्होंने सिरसा में एक ऐसे औपचारिक या अनौपचारिक मंच के गठन की आवश्यकता पर बल दिया जिसमें नगर में प्रबुद्ध नागरिक मिल बैठ पर यहां की दिक्कतों के बारे में विमर्श कर सकें और उनका निराकरण तलाश सकें। उन्होंने कहा कि ऐसे किसी मंच या मोर्चे को दलगत राजनीति से ऊपर रख कर काम किया जा सकता है। एक सवाल के जवाब में पूर्व शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा बनने के सालोंसाल बाद तक शिक्षा के मामले में खासा पिछड़ा रहा सिरसा हालांकि हालिया वर्षों में आगे बढ़ा है मगर अभी स्थिति में वाच्छित सुधार आना बाकी है। उन्होंने कहा कि अभी यहां से ऐसे स्नातक तैयार नहीं हो रहे जो भारतीय प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा या विदेश सेवा सरीखी प्रतिष्ठित सेवाओं में अपने लिए जगह बना पाएं। उन्होंने कहा कि इन सेवाओं में जिले का प्रतिनिधित्व न के बराबर है। शिक्षा के मामले में निजी क्षेत्र में खुल रहे संस्थान क्या आम आदमी की पंहुच से बाहर नहीं हैं? इस सवाल पर नेहरा ने कहा कि यह सत्य है कि इन संस्थानों में शिक्षा पाना आमजन के बस की बात नहीं मगर ऐसे तमाम संस्थानों को एक लाठी से हांकते हुए शिक्षा की दूकानें करार देना भी तर्कसंगत नहीं होगा। ऐसे निजी शिक्षण संस्थानों की कमी नहीं है जो वास्तव में सरकारी संस्थानों से कहीं बेहतर व्यावसायिक शिक्षा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा हो या रोजगार दोनों ही मामलों में सिर्फ सरकारी सुविधाओं व संसाधनों पर निर्भरता से काम नहीं चलेगा। निजी व सार्वजनिक क्षेत्र की सहभागिता का आज की स्थितियों में कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि शिक्षा को अधिकाधिक रोजगारपरक बनाने की आवश्यकता है। शहर की समस्याओं पर चर्चा करते हुए जगदीश नेहरा ने कहा सिरसा में बरसाती पानी की निकासी और सीवरेज का तंत्र दुरूस्त नहीं है। शहर में यातायात संस्कृति के अभाव को भी उन्होंने एक बड़ी चुनौती करार दिया। उन्होंने कहा कि यातायात के नियमों के बारे में स्कूलों में खास जागरू कता अभियान चलाने की आवश्यकता है। यह अभियान गैर सरकारी व सामाजिक संस्थाएं चलाएं तो अधिक कारगर होगा। उन्होंने इस मामले में पुलिस द्वारा भी अधिक कड़ाई से काम करने की आवश्यकता पर बल दिया।