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अभय चौटाला की जीत कांग्रेस की नैतिक हार: चौटाला

23 जनवरी 2010

चंडीगढ़(सिटीकिंग) ऐलनाबाद से इनेलो प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला की जीत मुख्यमन्त्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेश कांग्रेस सरकार की निजी व नैतिक हार है और इस हार के बाद मुख्यमन्त्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जनादेश का सम्मान करते हुए तुरन्त अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए और उन्हें अब अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक व लोकतान्त्रिक अधिकार नहीं रह जाता है। यह बात इनेलो प्रमुख व हरियाणा के पूर्व मुख्यमन्त्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने ऐलनाबाद उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी की जीत के बाद शनिवार को यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने इस जीत को प्रदेश के लोगों व इनेलो की नीतियों की जीत बताते हुए इस जीत के लिए ऐलनाबाद की जनता व विशेषकर पार्टी कार्यकत्र्ताओं को बधाई का पात्र बताया और कहा कि सरकार के हर हथकंडे को नाकाम करते हुए लोगों ने पार्टी की नीतियों पर मोहर लगाई है। इनेलो प्रमुख ने कहा कि प्रदेश की जनता का यह जनादेश राज्य में क्षेत्रवाद का जहर फैलाने वाले मुख्यमन्त्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व उनकी सरकार के खिलाफ जनादेश है। जिन्होंने नौकरियों व विकास के मामले में प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों की अनदेखी की और लोगों ने कांग्रेस को इसी अनदेखी के लिए सबक सिखाया है। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार अब चंद दिनों की मेहमान है। यह जनविरोधी सरकार अब ज्यादा दिनों तक सत्ता में बनी नहीं रह सकेगी और जल्दी ही अपने बोझ से गिर जाएगी। हजकां के विधायकों का कांग्रेस में विलय पूरी तरह से गैर कानूनी व असंवैधानिक है और इसे किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता। जल्दी ही हजकां के विधायकों की सदस्यता रद्द होगी और प्रदेश में फिर से इनेलो की सरकार का गठन होगा। इनेलो प्रमुख ने कहा कि 1998 में फतेहाबाद उपचुनाव में इनेलो की जीत के बाद प्रदेश की बंसीलाल सरकार चलता हो गई थी और प्रदेश में इनेलो की सरकार बन गई थी, ठीक उसी तरह अब हुड्डा सरकार का भी जाना तय है और यह सरकार अब सत्ता में बनी नहीं रह पाएगी। इस अवसर पर नवनिर्वाचित विधायक अभय सिंह चौटाला के बेटे करण चौटाला, कालका के विधायक प्रदीप चौधरी, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव आरएस चौधरी व एमएस मलिक भी मौजूद थे। श्री चौटाला ने कहा कि राज्य में जो भी कोई उपचुनाव होता है वह प्रदेश सरकार के कामकाज व सरकार की कार्यशैली पर लोगों की राय या फतवा माना जाता है और ऐलनाबाद उपचुनाव भी हुड्डा सरकार पर प्रदेश की जनता का फतवा था। उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता ने हुड्डा सरकार के खिलाफ जनादेश दिया था और कांग्रेस के 40 विधायकों के मुकाबले विपक्ष के 50 विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। जनादेश के विपरीत कांग्रेस ने सत्ता के लालच में न सिर्फ खरीदो फरोख्त व दलबदल को बढ़ावा देकर भ्रष्ट तरीके से सरकार बनाई बल्कि हजकां के पांच विधायकों को अलोकतान्त्रिक व गैर कानूनी तरीके से कांग्रेस में शामिल किया गया। श्री चौटाला ने कहा कि प्रदेश की जनता ने इस भ्रष्ट व दलबदल के बलबूते बनाई गई सरकार को स्वीकार नहीं किया है और ऐलनाबाद उपचुनाव इस सरकार के गठन पर प्रदेश की जनता का एक तरह से जनादेश के समान था। उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव को मुख्यमन्त्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस पार्टी ने प्रतिष्ठा का चुनाव बनाकर लड़ा और सरकार के कामकाज व गठन पर जनादेश की संज्ञा देते हुए लोगों से वोट मांगे। इनेलो नेता ने कहा कि खुद मुख्यमन्त्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा उनके सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा से लेकर सभी मन्त्री, कांग्रेस विधायक, पूर्व मन्त्री, पूर्व विधायक, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से लेकर हर छोटे-बड़े कांग्रेसी नेता ने इस चुनाव को जीतने के लिए न सिर्फ घटिया हथकंडे अपनाए बल्कि लोगों का ईमान खरीदने का भी प्रयास किया गया। इनेलो प्रमुख ने कहा कि उपचुनाव में लोगों को अनेक प्रकार के लालच व प्रलोभन दिए गए और सरेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए जमकर सरकारी मशीनरी का भी दुरुपयोग किया गया। उन्होंने कहा कि इस सबके बावजूद प्रदेश की जनता विशेषकर ऐलनाबाद के लोगों ने इस भ्रष्ट व अलोकतान्त्रिक सरकार के खिलाफ जनादेश देते हुए इनेलो प्रत्याशी को जिताने का काम किया है। उन्होंने इस जीत के लिए मीडिया के साथ-साथ निष्पक्ष व स्वतन्त्र चुनाव कराने में चुनाव आयोग की भूमिका की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमन्त्री जोड़-तोड़ के सहारे 40 से 53 विधायक करने में तो सफल रहे लेकिन लोगों का मन नहीं जीत पाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमन्त्री से लेकर मन्त्रियों व विधायकों ने चुनाव में बेकायदगियां करने में कोई संकोच नहीं किया और ढाणियों में खम्बे, मीटर पहुंचाने, हाथोंहाथ पीले कार्ड बनाने, पानी की टंकियां उपलब्ध कराने और शराब से लेकर करोड़ों रुपए बांटने तक का भी काम किया लेकिन लोगों ने कांग्रेस को मुंह नहीं लगाया।
श्री चौटाला ने कहा कि यह मात्र एक विधानसभा का उपचुनाव नहीं था बल्कि इसके दूरगामी परिणाम होंगे और सरकार में भी बदलाव आएगा। उन्होंने हुड्डा सरकार से सम्मानजनक तरीके से त्याग पत्र देकर नया जनादेश लेने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आज सरकार की आर्थिक हालत बेहद खराब है। जब इनेलो ने सत्ता छोड़ी थी तो उस समय खजाने में 1750 करोड़ रुपए सरप्लस था और आज सरकार 13 हजार करोड़ की कर्जदार है। रोजमर्रा का कामकाज चलाने और कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी कर्जा लिया जा रहा है। मुख्यमन्त्री से लेकर कांग्रेस के सभी छोटे-बड़े नेता प्रदेश के खजाने को लूटने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अब अपनी विफलता छुपाने के लिए लोगों पर टैक्स लगाने की तैयारी कर रही है। इनेलो प्रमुख ने कहा कि आज गरीब आदमी महंगाई से बेहाल है और केन्द्रीय कृषि मन्त्री व राज्य सरकारें महंगाई के लिए ठीकरा एक-दूसरे के सिर फोड़ रहे हैं उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव के बाद कांग्रेस में खलबली मचेगी व प्रदेश की जनता को नए सिरे से सरकार बनाने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है और सरकारी संरक्षण प्राप्त असामाजिक तत्व फिरौतियां वसूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार चरम पर है और औद्योगिक विकास निगम के प्लॉट सरकार के ऐसे चहेतों को दिए गए जिनका उद्योग से कोई वास्ता तक नहीं था। श्री चौटाला ने कहा कि पिछले पांच साल में हरियाणा विकास प्राधिकरण का एक भी सेक्टर नहीं काटा गया ताकि मुख्यमन्त्री के चहेते बिल्डरों को फायदा पहुंचाया जा सके। उन्होंने नौकरियों व विकास के मामले में भेदभाव का उल्लेख करते हुए सरकार की तीखी आलोचना की। इनेलो प्रमुख ने कहा कि मुख्यमन्त्री ने सिरसा में विकास के लम्बे-चौड़े झूठे दावे किए लेकिन लोगों ने उन्हें सबक सिखाने का मन बना रखा था। इनेलो नेता ने कहा कि ऐलनाबाद उपचुनाव से पहले मुख्यमन्त्री ने वहां एक जनसभा में लोगों को यह कहकर अपमानित करने का प्रयास किया कि अगर कांग्रेस प्रत्याशी को वहां से जिताओगे तभी वहां विकास कार्य होंगे। उन्होंने कहा कि कई सरकारी अधिकारी कांग्रेस एजेंट के तौर पर कार्य कर रहे थे और पैसा, शराब व सरकारी तन्त्र के दबाव के बावजूद लोगों ने हुड्डा सरकार के खिलाफ फतवा देकर इस सरकार को प्रदेश से चलता करने का निर्णय ले लिया है। उन्होंने कहा कि अगर हजकां विधायकों की सदस्यता विधानसभा अध्यक्ष ने तुरन्त रद्द न की तो उनकी पार्टी सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी। उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव से इनेलो कार्यकत्र्ताओं का मनोबल बढ़ेगा और लोगों के मन में यह धारणा मजबूत हो गई है कि अब जल्दी ही प्रदेश में इनेलो की सरकार बनेगी और कांग्रेस सरकार मात्र चंद दिनों की मेहमान है।

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