सिटीकिंग परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है। सिटीकिंग परिवार आपका अपना परिवार है इसमें आप अपनी गजलें, कविताएं, लेख, समाचार नि:शुल्क प्रकाशित करवा सकते है तथा विज्ञापन का प्रचार कम से कम शुल्क में संपूर्ण विश्व में करवा सकते है। हर प्रकार के लेख, गजलें, कविताएं, समाचार, विज्ञापन प्रकाशित करवाने हेतु आप 098126-19292 पर संपर्क करे सकते है।

BREAKING NEWS:

प्रदेश में 933 महिला दूध समितियों का गठन

19 मार्च 2010
सिरसा(लोकसंपर्क) प्रदेश में महिलाओं को आर्थिक रुप सशक्त बनाने केे उद्देश्य से सिरसा सहित अंबाला, कुरुक्षेत्र, जींद, रोहतक और फरीदाबाद जिलों में महिला डेयरी परियोजना लागू की गई है। यह जानकारी देते हुए अतिरिक्त उपायुक्त श्रीमती पंकज चौधरी ने बताया कि इस योजना के तहत दूध उत्पादन एवं बिक्री के क्षेत्र में पूरे राज्य में 933 महिला दूध समितियों का गठन किया गया है। अकेले सिरसा जिला में 60 दूध समितियां सफलतापूर्वक कार्य कर रही है जिसमें 2700 महिलाओं को सदस्य बनाया गया है। इन समितियों में 270 से भी अधिक अनुसूचित जाति की महिलाएं भी शामिल की गई है जो सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए शुरु की गई इस योजना का लाभ उठा रही है। उन्होंने बताया कि इस डेयरी परियोजना के माध्यम से महिलाएं अपने घरों में पशु दूध उत्पादन और सहकारी समितियों के माध्यम से दूध बिक्री का कार्य स्वयं कर रही है। समिति के सभी पदों पर महिला सदस्यों को ही नियुक्त किया गया है। एक समिति में 45 महिलाओं को शामिल किया गया है। महिला सहकारी समिति के माध्यम से ही गांव में दूध की खरीद की जा रही है जिसे डेयरी में एकत्रित कर संबंधित मिल्क प्लांट तक भेजने का कार्य महिला समितियों के माध्यम से हो रहा है। इस प्रकार से महिलाएं घर में रहकर ही एक तो दूध उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ अपनी आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ कर रही है। स्थानीय सिरसा मिल्क प्लांट के मैनेजर (प्रक्योरमैंट) श्री श्याम लाल वर्मा ने बताया कि सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना से महिलाओं को आर्थिक लाभ तो हो ही रहा है पशु दूग्ध उत्पादन में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान सार्थक नजर आ रहा है। जिला में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए महिलाओं को डेयरी व्यवसाय की तरफ आश्रित करने हेते पशुपालन विभाग द्वारा समय-समय पर जागृति अभियान चलाया जा रहा है। पशुपालन विभाग द्वारा गत दिनों सिरसा जिला में खंड स्तर पर महिला जागृति शिविरों का आयोजन किया गया जिनमें खंड स्तर पर 30-30 महिलाओं को डेयरी व्यवसाय के लिए प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रकार से पूरे जिला में 200 से भी अधिक महिलाओं को उक्त व्यवसाय के लिए प्रशिक्षित किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर में महिलाओं को डेयरी से संबंधित सभी पहलुओं की विस्तृत रुप से जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में भाग लेने आई महिलाओं को स्टाईपेन्ड के रुप में 100-100 रुपए की राशि भी प्रतिदिन उपलब्ध करवाई गई।

Post a Comment