मैं एकता कपूर से नहीं डरती - ज्योति गाबा
10 मार्च 2010
मुंबई(अशोक भाटिया) ज्योति गाबा का नाम लेने पर लोगों के जहन में उनका चेहरा नहीं आयेगा पर यह निश्चित हैं कि फिल्म 'इडियट बाक्स' के रिलीज होते ही यह नाम घर -घर में चर्चा का विषय होगा । इस फिल्म की कहानी इस बात पर आधारित है कि टी वी ने लोगों की जिन्दगी में कितना अहम दखल देना शुरु कर दिया है । इस फिल्म में ज्योति टी वी की चर्चित सुपर स्टार क्वीन ऐकता कपूर से प्रभावित किरदार अनेकता कपूर निभा रही है । हाल ही में फिल्म के प्रचारक आई एम पन्नू ने हमारी बातचीत ज्योति से करवाई । पेश है उस बातचीत के प्रमुख अंश:-
जब आपको इस फिल्म में इस महत्वपूर्ण किरदार के लिए चुना गया तब आपको कैसा महसूस हुआ ?
यह एक अलग ही प्रकार का अनुभव है । जब मुझे पहली बार इस फिल्म में मुझे मेरा किरदार सुनाया गया तो मुझे लगा कि यह मेरे लिए बहुत ही चुनौतिपूर्ण किरदार है । आज एकता कपूर बहुत बडा नाम है और यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं ऐसी भूमिका कर रही हूं जो एकता कपूर से प्रभावित है ।
आपने इस भूमिका को करने के लिए किस तरह की तैयारी की और फिल्म के पर्दे पर उसे उतारने में किस प्रकार की कठिनाईयों का सामना करना पडा?
सच बताउ तो मुझे इस तरह की भूमिका कैमरे के सामने करने में जरा भी कठिनाई नहीं आई क्योंकि मुझे पहले से ही इस भूमिका के बारे में बहुत कुछ बता दिया गया था । इस फिल्म के निर्देशक सुनन्दा मित्रा ने पहले ही से इस भूमिका के बारे में विस्तृत से समझा दिया था और स्पष्ट था कि मुझे कैमरे के सामने किस प्रकार प्रस्तुत होना है । इसके अलावा मुझे इसके लिए कुछ खास होमवर्क नहीं करना पडा था ।
इस समय आप इस फिल्म को लेकर कितना उत्साहित है ?
मैंने इसके पहले फिल्म 'थोड़ा प्यार थोडा मेजिक', ' सुनो ना' वगैरह की है तथा बहुत से धारावाहिक किये है पर पहली बार कुछ अलग करने को मिला है । यह मेरे पिछले काम से बिल्कुल ही अलग है । मैंनें अब तक 300 विज्ञापन फिल्में की है उसमें से बहुत सी जवान गृहिणी अथवा जवान प्यारी मॉं की भूमिकाए वाली थी । इस फिल्म में मेरे लिए एक मौका था कि मैं अनेकता कपूर के रुप में अपने को एक अच्छे कलाकार के रुप में स्थापित कर सकूं । इसलिए इस फिल्म को लेकर उत्साहित होना स्वाभाविक है ।
नाम व आपके मेकअप के अलावा आपकी कौनसी बात एकता कपूर से मिलती है ? एकता कपूर बालाजी टेलिफिल्म की मुखिया है और इस फिल्म में मेरी कंपनी का नाम लालाजी टेलिफिल्म है । एकता हाथ में अंगुठियां पहनना पसंद करती है और फिल्म में मैं भी बहुत सी रिंगस् पहनती हूं । मेरी चाल ढाल , पहनावे को भी बिल्कुल एकता के समान दिखाया गया है ।
आप असल जिन्दगी में एकता से मिल चुकी है ?
दुर्भाग्यवंश नहीं , पर एक अवार्ड फॅंक्षन में मैंने उनको बहुत ही करीब से देखा था , बस । परन्तु मैंने उनके बारे में बहुत कुछ अखबारों में पढा है । कुछ बातें मुझे उसके करीबी दोस्तों से भी जानने को मिली और उन सब बातों की जानकरी होने के कारण मुझे अपनी भूमिका निभाने में सहायता भी मिली । मैंने जो जानकारी प्राप्त की थी उसके अनुसार एकता बहुत ही कडक व मेहनती महिला है ।
क्या आपको लगता है कि ऐकता इस फिल्म को देख कर कुछ नाराज होगी ?
नहीं मुझे ऐसा नहीं लगता । हमारा ऐसा कुछ विचार नहीं था कि उनको इस फिल्म के माध्यम से थोडा भी अपसेट किया जाए । वह स्वयं एक समझदार फिल्म निर्माता है । उन्हें पता है कि फिल्म को फिल्म की दृश्टी से ही देखा जाता है व्यक्तिगत तौर पर नहीं । हमनें फिल्म में उनको सकारात्मक रुप में पेष किया है और फिल्म देख कर उन्हें फिल्म पर गर्व होगा ।
फिल्म के रिलीज के समय यदि आपका सामना ऐकता कपूर से हो गया तो आप क्या करेंगी ?
मैं उनसे डरुंगी नहीं बल्कि उनके पास जाकर नम्रता से अपना परिचय दूंगी कि ....हाय मैं अनेकता कपूर हूं ।
भविष्य में और कोई जिन्दा आदमी का किरदार जिसे आप अपने अभिनय द्वारा पर्दे पर साकार करना चाहे ?
हां , ऐसा मौका मिला तो मैं सोनिया गांधी की भूमिका करना चाहूंगी ।
अंत में आप 'इडियट बाक्स' के बारे में चंद शब्दों में क्या कहना चाहेंगी ?
यह कोई हकीकत नहीं है । एक हास्य फिल्म है । जब भी दर्षक इस फिल्म को देखे तो महसूस करें कि यही आज घर -घर की कहानी है और उसे अपने ही घर की कहानी समझे । मुझे आशा है कि दर्शक इस फिल्म को अवश्य स्वीकार करेंगे ।
मुंबई(अशोक भाटिया) ज्योति गाबा का नाम लेने पर लोगों के जहन में उनका चेहरा नहीं आयेगा पर यह निश्चित हैं कि फिल्म 'इडियट बाक्स' के रिलीज होते ही यह नाम घर -घर में चर्चा का विषय होगा । इस फिल्म की कहानी इस बात पर आधारित है कि टी वी ने लोगों की जिन्दगी में कितना अहम दखल देना शुरु कर दिया है । इस फिल्म में ज्योति टी वी की चर्चित सुपर स्टार क्वीन ऐकता कपूर से प्रभावित किरदार अनेकता कपूर निभा रही है । हाल ही में फिल्म के प्रचारक आई एम पन्नू ने हमारी बातचीत ज्योति से करवाई । पेश है उस बातचीत के प्रमुख अंश:-
जब आपको इस फिल्म में इस महत्वपूर्ण किरदार के लिए चुना गया तब आपको कैसा महसूस हुआ ?
यह एक अलग ही प्रकार का अनुभव है । जब मुझे पहली बार इस फिल्म में मुझे मेरा किरदार सुनाया गया तो मुझे लगा कि यह मेरे लिए बहुत ही चुनौतिपूर्ण किरदार है । आज एकता कपूर बहुत बडा नाम है और यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं ऐसी भूमिका कर रही हूं जो एकता कपूर से प्रभावित है ।
आपने इस भूमिका को करने के लिए किस तरह की तैयारी की और फिल्म के पर्दे पर उसे उतारने में किस प्रकार की कठिनाईयों का सामना करना पडा?
सच बताउ तो मुझे इस तरह की भूमिका कैमरे के सामने करने में जरा भी कठिनाई नहीं आई क्योंकि मुझे पहले से ही इस भूमिका के बारे में बहुत कुछ बता दिया गया था । इस फिल्म के निर्देशक सुनन्दा मित्रा ने पहले ही से इस भूमिका के बारे में विस्तृत से समझा दिया था और स्पष्ट था कि मुझे कैमरे के सामने किस प्रकार प्रस्तुत होना है । इसके अलावा मुझे इसके लिए कुछ खास होमवर्क नहीं करना पडा था ।
इस समय आप इस फिल्म को लेकर कितना उत्साहित है ?
मैंने इसके पहले फिल्म 'थोड़ा प्यार थोडा मेजिक', ' सुनो ना' वगैरह की है तथा बहुत से धारावाहिक किये है पर पहली बार कुछ अलग करने को मिला है । यह मेरे पिछले काम से बिल्कुल ही अलग है । मैंनें अब तक 300 विज्ञापन फिल्में की है उसमें से बहुत सी जवान गृहिणी अथवा जवान प्यारी मॉं की भूमिकाए वाली थी । इस फिल्म में मेरे लिए एक मौका था कि मैं अनेकता कपूर के रुप में अपने को एक अच्छे कलाकार के रुप में स्थापित कर सकूं । इसलिए इस फिल्म को लेकर उत्साहित होना स्वाभाविक है ।
नाम व आपके मेकअप के अलावा आपकी कौनसी बात एकता कपूर से मिलती है ? एकता कपूर बालाजी टेलिफिल्म की मुखिया है और इस फिल्म में मेरी कंपनी का नाम लालाजी टेलिफिल्म है । एकता हाथ में अंगुठियां पहनना पसंद करती है और फिल्म में मैं भी बहुत सी रिंगस् पहनती हूं । मेरी चाल ढाल , पहनावे को भी बिल्कुल एकता के समान दिखाया गया है ।
आप असल जिन्दगी में एकता से मिल चुकी है ?
दुर्भाग्यवंश नहीं , पर एक अवार्ड फॅंक्षन में मैंने उनको बहुत ही करीब से देखा था , बस । परन्तु मैंने उनके बारे में बहुत कुछ अखबारों में पढा है । कुछ बातें मुझे उसके करीबी दोस्तों से भी जानने को मिली और उन सब बातों की जानकरी होने के कारण मुझे अपनी भूमिका निभाने में सहायता भी मिली । मैंने जो जानकारी प्राप्त की थी उसके अनुसार एकता बहुत ही कडक व मेहनती महिला है ।
क्या आपको लगता है कि ऐकता इस फिल्म को देख कर कुछ नाराज होगी ?
नहीं मुझे ऐसा नहीं लगता । हमारा ऐसा कुछ विचार नहीं था कि उनको इस फिल्म के माध्यम से थोडा भी अपसेट किया जाए । वह स्वयं एक समझदार फिल्म निर्माता है । उन्हें पता है कि फिल्म को फिल्म की दृश्टी से ही देखा जाता है व्यक्तिगत तौर पर नहीं । हमनें फिल्म में उनको सकारात्मक रुप में पेष किया है और फिल्म देख कर उन्हें फिल्म पर गर्व होगा ।
फिल्म के रिलीज के समय यदि आपका सामना ऐकता कपूर से हो गया तो आप क्या करेंगी ?
मैं उनसे डरुंगी नहीं बल्कि उनके पास जाकर नम्रता से अपना परिचय दूंगी कि ....हाय मैं अनेकता कपूर हूं ।
भविष्य में और कोई जिन्दा आदमी का किरदार जिसे आप अपने अभिनय द्वारा पर्दे पर साकार करना चाहे ?
हां , ऐसा मौका मिला तो मैं सोनिया गांधी की भूमिका करना चाहूंगी ।
अंत में आप 'इडियट बाक्स' के बारे में चंद शब्दों में क्या कहना चाहेंगी ?
यह कोई हकीकत नहीं है । एक हास्य फिल्म है । जब भी दर्षक इस फिल्म को देखे तो महसूस करें कि यही आज घर -घर की कहानी है और उसे अपने ही घर की कहानी समझे । मुझे आशा है कि दर्शक इस फिल्म को अवश्य स्वीकार करेंगे ।