आयुष पद्धतियों की ओर बढ़ रहा है लोगों का रूझान:गोदारा
19 मार्च 2010
हिसार: आयुष की सभी पद्धतियां बहुत ही उपयोगी एवं कारगर हैं। आने वाले समय में इन पद्धतियों की तरफ लोगों का बहुत रुझान होगा। यह बात आदमपुर मंडी के तहसीलदार श्री दिलबाग सिंह गोदारा ने आदमपुर की सेठ लखीराम धर्मशाला में आयुष विभाग की ओर से लगाए गए एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में लोगों को संबोधित करते हुए कही। स्वास्थ्य कैंप में लगभग 252 रोगियों को आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक पद्धति द्वारा चिकित्सा प्रदान की गई। कैंप के दौरान लोगों को नि:शुल्क आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक दवाइयां भी दी गई। शिविर में जिला आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. महेंद्र सिंह सोनी ने उपस्थित लोगों को आयुर्वेद व होम्योपैथ पद्धति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक व हौम्योपैथिक चिकित्सा पद्धतियों व दवाइयों का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इनके कोई भी साइड इफैक्ट्स नहीं हैं। दोनों ही पद्धतियां आम आदमी की पहुंच में हैं तथा इनसे रोगों का समूल उपचार संभव है। कैंप आयोजन में डॉ. मुकेश गोस्वामी, डॉ. धर्मवीर सहरावत, डॉ. रिछपाल सिंह, डॉ. कमल आहूजा, डॉ. भारती, डॉ. सुरेंद्र चौधरी, डॉ. हरजीत कौर ने अपना सराहनीय योगदान दिया। दवाई वितरण में शमशेर सिंह, इंद्र सिंह, महावीर सिंह व जयपाल सिंह डिस्पेंसरों ने भरपूर सहयोग दिया।
हिसार: आयुष की सभी पद्धतियां बहुत ही उपयोगी एवं कारगर हैं। आने वाले समय में इन पद्धतियों की तरफ लोगों का बहुत रुझान होगा। यह बात आदमपुर मंडी के तहसीलदार श्री दिलबाग सिंह गोदारा ने आदमपुर की सेठ लखीराम धर्मशाला में आयुष विभाग की ओर से लगाए गए एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में लोगों को संबोधित करते हुए कही। स्वास्थ्य कैंप में लगभग 252 रोगियों को आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक पद्धति द्वारा चिकित्सा प्रदान की गई। कैंप के दौरान लोगों को नि:शुल्क आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक दवाइयां भी दी गई। शिविर में जिला आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. महेंद्र सिंह सोनी ने उपस्थित लोगों को आयुर्वेद व होम्योपैथ पद्धति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक व हौम्योपैथिक चिकित्सा पद्धतियों व दवाइयों का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इनके कोई भी साइड इफैक्ट्स नहीं हैं। दोनों ही पद्धतियां आम आदमी की पहुंच में हैं तथा इनसे रोगों का समूल उपचार संभव है। कैंप आयोजन में डॉ. मुकेश गोस्वामी, डॉ. धर्मवीर सहरावत, डॉ. रिछपाल सिंह, डॉ. कमल आहूजा, डॉ. भारती, डॉ. सुरेंद्र चौधरी, डॉ. हरजीत कौर ने अपना सराहनीय योगदान दिया। दवाई वितरण में शमशेर सिंह, इंद्र सिंह, महावीर सिंह व जयपाल सिंह डिस्पेंसरों ने भरपूर सहयोग दिया।