सदन से समूचे विपक्ष का निलंबन लोकतंत्र का खून-ऐरन
09 मार्च 2010
हिसार। हरियाणा विधानसभा सत्र से इनेलो समेत सभी विपक्षी विधायकों का पूरे सत्र से निलंबन किया जाना शर्मनाक और तानाशाहपूर्ण फैसला है। हरियाणा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि समूचे विपक्ष का विधानसभा सत्र से निलंबन कर दिया गया हो। यह सीधे-सीधे लोकतंत्र का खून है तथा मुख्यमंत्री हुड्डा की बौखलाहट को दर्शाता है। यह बात इंडियन नेशनल लोकदल के हलका प्रधान हनुमान ऐरन ने यहां जारी एक पै्रस बयान में कही। श्री ऐरन ने कहा कि विधानसभा स्पीकर को अपने पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि स्पीकर किसी भी पार्टी विशेष से ऊपर होता है और उसे बिना भेदभाव के कार्य करना चाहिए। विधानसभा स्पीकर हरमोहिन्दर सिंह सीधे-सीधे मुख्यमंत्री के इशारे पर काम कर रहे हैं। श्री ऐरन ने कहा कि हरियाणा के राज्यपाल को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। जनविरोधी फैसले जबरदस्ती जनता पर थोपने के लिए कांग्रेस पार्टी ऐसे अलोकतांत्रिक कार्य करवा रही है, क्योंकि जनता ने तो उसे नकार ही दिया है। इनेलो विधायकों समेत समूचे विपक्ष का विधानसभा सत्र निलंबन यह दर्शाता है कि कि गलत फैसले लागू करवाने के लिए कांगे्रसी किसी भी हद तक जा सकते हैं। इंडियन नेशनल लोकदल किसी भी सूरत में कांग्रेस की तानाशाही चलने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल के शासनकाल में सभी विधायकों को सदन में बोलने का पूरा मौका दिया जाता था, मगर जब से कांग्रेस ने सत्ता संभाली है तानाशाही तरीके से जनता की आवाज को दबाया जा रहा है। मुख्यमत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा तानाशाहपूर्ण तरीके से मनमर्जी से गलत व जनविरोधी फैसले लोगों पर थोप रहे हैं। श्री ऐरन ने कहा कि कांग्रेस ने आज प्रदेश को बर्बादी की ओर धकेल दिया है। मुख्यमंत्री हुड्डा को जनता की दुख तकलीफों से कोई लेना देना नहीं है। आज प्रदेश में न बिजली है, न पानी है, न सड़कें हैं और न ही कानून व्यवस्था। चहुं ओर अराजकता की स्थिति है। बदमाशों, अपराधियों, असामाजिक तत्वों के हौंसले इतने बढ़ गए हैं कि आए दिन प्रदेश के हर कोने में हत्या, डकैती, चोरी, लूटमार, बलात्कार, छेडख़ानी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। पूरा का पूरा प्रशासनिक अमला फेल हो चुका है और मुख्यमंत्री हुड्डा जनविरोधी फैसले जबरदस्ती जनता पर थोप रहे हैं।
हिसार। हरियाणा विधानसभा सत्र से इनेलो समेत सभी विपक्षी विधायकों का पूरे सत्र से निलंबन किया जाना शर्मनाक और तानाशाहपूर्ण फैसला है। हरियाणा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि समूचे विपक्ष का विधानसभा सत्र से निलंबन कर दिया गया हो। यह सीधे-सीधे लोकतंत्र का खून है तथा मुख्यमंत्री हुड्डा की बौखलाहट को दर्शाता है। यह बात इंडियन नेशनल लोकदल के हलका प्रधान हनुमान ऐरन ने यहां जारी एक पै्रस बयान में कही। श्री ऐरन ने कहा कि विधानसभा स्पीकर को अपने पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि स्पीकर किसी भी पार्टी विशेष से ऊपर होता है और उसे बिना भेदभाव के कार्य करना चाहिए। विधानसभा स्पीकर हरमोहिन्दर सिंह सीधे-सीधे मुख्यमंत्री के इशारे पर काम कर रहे हैं। श्री ऐरन ने कहा कि हरियाणा के राज्यपाल को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। जनविरोधी फैसले जबरदस्ती जनता पर थोपने के लिए कांग्रेस पार्टी ऐसे अलोकतांत्रिक कार्य करवा रही है, क्योंकि जनता ने तो उसे नकार ही दिया है। इनेलो विधायकों समेत समूचे विपक्ष का विधानसभा सत्र निलंबन यह दर्शाता है कि कि गलत फैसले लागू करवाने के लिए कांगे्रसी किसी भी हद तक जा सकते हैं। इंडियन नेशनल लोकदल किसी भी सूरत में कांग्रेस की तानाशाही चलने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल के शासनकाल में सभी विधायकों को सदन में बोलने का पूरा मौका दिया जाता था, मगर जब से कांग्रेस ने सत्ता संभाली है तानाशाही तरीके से जनता की आवाज को दबाया जा रहा है। मुख्यमत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा तानाशाहपूर्ण तरीके से मनमर्जी से गलत व जनविरोधी फैसले लोगों पर थोप रहे हैं। श्री ऐरन ने कहा कि कांग्रेस ने आज प्रदेश को बर्बादी की ओर धकेल दिया है। मुख्यमंत्री हुड्डा को जनता की दुख तकलीफों से कोई लेना देना नहीं है। आज प्रदेश में न बिजली है, न पानी है, न सड़कें हैं और न ही कानून व्यवस्था। चहुं ओर अराजकता की स्थिति है। बदमाशों, अपराधियों, असामाजिक तत्वों के हौंसले इतने बढ़ गए हैं कि आए दिन प्रदेश के हर कोने में हत्या, डकैती, चोरी, लूटमार, बलात्कार, छेडख़ानी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। पूरा का पूरा प्रशासनिक अमला फेल हो चुका है और मुख्यमंत्री हुड्डा जनविरोधी फैसले जबरदस्ती जनता पर थोप रहे हैं।