अजय चौटाला ने मांगा मुख्यमंत्री से त्याग पत्र
25 अप्रैल 2010
चंडीगढ(प्रैसवार्ता) दलितों की हितैषी सरकार होने का दावा करने वाले भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मिर्चपुर की दर्दनाक घटना के बाद मुख्यमंत्री के त्याग पत्र की मांग करते हुए अजय चौटाला ने कहा कि प्रदेश का हर वर्ग हुड्डा सरकार से बेहद दुखी और परेशान है और 27 अप्रैल को विपक्षी दलों द्वारा की जा रही राष्ट्रव्यापी हड़ताल हरियाणा में बेहद सफल रहेगी। उन्होंने कहा कि दिनोंदिन बढ़ रही महंगाई, प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति, बिजली-पानी संकट, सरकारी भ्रष्टाचार और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश की जनता अपने रोष व गुस्से का इजहार करने के लिए 27 अप्रैल की हड़ताल में बढ़-चढ़कर भाग लेगी। उन्होंने एसईजेड के नाम पर किसानों से ली गई जमीन तुरन्त किसानों को वापिस लौटाने की मांग की। उन्होने कहा कि आज हुड्डा सरकार द्वारा हर फैसला प्रदेश के हित में न लेकर रिलायंस को फायदा पहुंचाने के लिए लिया जा रहा है। मुख्यमन्त्री प्रदेश के निर्वाचित व लोकतान्त्रिक मुखिया की बजाय रिलायंस कम्पनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के तौर पर काम कर रहे हैं। इनेलो नेता ने प्रदेश में फिर से हाउस टैक्स लगाए जाने का विरोध करते हुए इसे तुरन्त वापिस लिए जाने की मांग की और हुड्डा सरकार द्वारा नौकरियों में की जा रही व्यापक धांधलियों को लेकर सरकार की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में बिजली-पानी को लेकर बेहद गम्भीर संकट है और महेंद्रगढ़ जिले से लेकर सिरसा जिले के आखिरी छोर तक राजस्थान के साथ लगते गांवों में रहने वाले लोगों को पीने का पानी भी राजस्थान से मोल खरीदकर लाना पड़ रहा है। इनेलो नेता ने कहा कि मुख्यमन्त्री स्पष्ट करे कि कांग्रेस ने अपने वायदे अनुसार एसवाईएल, हांसी-बुटाना नहर, अलग हाईकोर्ट, एक्सप्रेस हाईवे निर्माण पूरा करने, राजीव गांधी एजुकेशन सिटी, हाईटैक सिटी, नैनो सिटी, किसान आयोग गठन, दस लाख लोगों को रोजगार देने, एक घर से एक रोजगार देने, विदेशी रोजगार ब्यूरो के माध्यम से रोजगार उपलब्ध करवाने और गुडग़ांव की तर्ज पर चार नए शहर बसाने जैसे प्रमुख वादों में से अब तक इनमें से कौन सा वादा पूरा किया है। इस पर सरकार को एक श्वेत-पत्र जारी करना चाहिए।
चंडीगढ(प्रैसवार्ता) दलितों की हितैषी सरकार होने का दावा करने वाले भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मिर्चपुर की दर्दनाक घटना के बाद मुख्यमंत्री के त्याग पत्र की मांग करते हुए अजय चौटाला ने कहा कि प्रदेश का हर वर्ग हुड्डा सरकार से बेहद दुखी और परेशान है और 27 अप्रैल को विपक्षी दलों द्वारा की जा रही राष्ट्रव्यापी हड़ताल हरियाणा में बेहद सफल रहेगी। उन्होंने कहा कि दिनोंदिन बढ़ रही महंगाई, प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति, बिजली-पानी संकट, सरकारी भ्रष्टाचार और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदेश की जनता अपने रोष व गुस्से का इजहार करने के लिए 27 अप्रैल की हड़ताल में बढ़-चढ़कर भाग लेगी। उन्होंने एसईजेड के नाम पर किसानों से ली गई जमीन तुरन्त किसानों को वापिस लौटाने की मांग की। उन्होने कहा कि आज हुड्डा सरकार द्वारा हर फैसला प्रदेश के हित में न लेकर रिलायंस को फायदा पहुंचाने के लिए लिया जा रहा है। मुख्यमन्त्री प्रदेश के निर्वाचित व लोकतान्त्रिक मुखिया की बजाय रिलायंस कम्पनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के तौर पर काम कर रहे हैं। इनेलो नेता ने प्रदेश में फिर से हाउस टैक्स लगाए जाने का विरोध करते हुए इसे तुरन्त वापिस लिए जाने की मांग की और हुड्डा सरकार द्वारा नौकरियों में की जा रही व्यापक धांधलियों को लेकर सरकार की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में बिजली-पानी को लेकर बेहद गम्भीर संकट है और महेंद्रगढ़ जिले से लेकर सिरसा जिले के आखिरी छोर तक राजस्थान के साथ लगते गांवों में रहने वाले लोगों को पीने का पानी भी राजस्थान से मोल खरीदकर लाना पड़ रहा है। इनेलो नेता ने कहा कि मुख्यमन्त्री स्पष्ट करे कि कांग्रेस ने अपने वायदे अनुसार एसवाईएल, हांसी-बुटाना नहर, अलग हाईकोर्ट, एक्सप्रेस हाईवे निर्माण पूरा करने, राजीव गांधी एजुकेशन सिटी, हाईटैक सिटी, नैनो सिटी, किसान आयोग गठन, दस लाख लोगों को रोजगार देने, एक घर से एक रोजगार देने, विदेशी रोजगार ब्यूरो के माध्यम से रोजगार उपलब्ध करवाने और गुडग़ांव की तर्ज पर चार नए शहर बसाने जैसे प्रमुख वादों में से अब तक इनमें से कौन सा वादा पूरा किया है। इस पर सरकार को एक श्वेत-पत्र जारी करना चाहिए।