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धुम्रपान भी बना युवा वर्ग के लिए फैशन

चंडीगढ(प्रैसवार्ता): कोई समय था जब बड़े व पुरुष ही धुम्रपान करते थे लेकिन आजकल तो बच्चे, युवा, बूढे, स्त्री, पुरुष सभी इसी लत के शिकार हैं धुम्रपान आज के युग में एक फैशन बन गया हैं इससे क्या लाभ हैं यह कोई नहीं जानता, परन्तु फ़िर भी इसका प्रयोग जोरो से हो रहा हैं सबसे ज्यादा किशोरवर्ग इस लत का शिकार हैं, लगभग 30-40 प्रतिशत छात्र इस लत के शिकार हैं राष्ट्रिय तपेदिक संघ की वार्षिक बैठक में गतवर्ष बताया गया हैं कि दुनियाभर में लगभग 30 लाख से ज्यादा मौतें प्रतिवर्ष धुम्रपान के कारण हो रही हैं और यह आंकडा निरंतर बढ़ता ही जा रहा हैं इसमे ज़्यादातर फेफडों के केंसर ही ज्यादातर कारण होता हैं स्वतंत्रता के बाद भारत में बीडी सिगरेट का प्रचलन तेज़ी से बढ़ रहा हैं भारत में तम्बाकू के उत्पादन में विश्व में तीसरा स्थान हैं व निर्यात में चौथा इसलिए भारत में केंसर, दमा,अस्थमा के रोगी आदि अधिक मात्रा में पाये जाते हैं वैज्ञानिको ने एक तजुर्बा करके देखा जिसके तहत उन्होंने कागज़ व तम्बाकू को जलाया तो उससे बैज़पराइन पदार्थ पैदा हुआ, इसे जब 25 सप्ताह तक जानवरों को खिलाया गया तो उन्हें मुंह का कैंसर हो गया एक पैकेट सिगरेट पीने वाले के जीवनकाल के 6 घंटे कम कर देती हैं
यदि यही व्यक्ति इस वर्ष तक लगातार सिगरेट पीता हैं तो कार्बन मोनो आक्साइड उसके रक्त में 8 प्रतिशत मिल जाती हैं और यह रोगों के जन्म का कारण बनती हैं, इसकी मात्रा 30 प्रतिशत होने पर असाध्य रोग व 60 प्रतिशत होने पर मौत तक हो सकती हैं निकोटिन से दिल पर दबाब पड़ता हैं, बी.पी। उच्च होता हैं, आँखों में जलन होती हैं धुम्रपान किसी भी दृष्टि में सहीं नहीं हैं न व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए और न ही समाज के लिए शुभ कहा जा सकता हैं धुम्रपान करने से वायुमंडल ख़राब होता हैं व प्राणवायु दूषित होती हैं जिससे नैतिक पतन व मृत्यु परिणाम के रूप सामने आते हैं धुम्रपान से होने वाली हानियों को देखते हुए आज सरकार ने फ़िल्म व टी.वी.सीरियल में धुम्रपान के दृश्यों पर प्रतिबन्ध लगा दिया हैं सबसे बड़ी बात यह हैं कि सिनेमा से जुडे लोगो ने सराहना की हैं तथा इसमे सरकार का सहयोग करने का वादा किया हैं धुम्रपान के सेवन से नैतिकता में कमी आती हैं, साथ ही तम्बाकू की खेती से उपजाऊ भूमि शीघ्र ही बंजर व खोखली हो जाती हैं इसलिए इसमे जन व धन दोनों की हानि हैं, अंत: जनसामान्य को इसके सेवन से स्वय को दूर रखना चाहिए तभी इस पर रोक लग पाएगी

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