कमर बचाकर कीजिए कम्प्यूटर पर काम
देश के शहरी लोगों के लिए कम्प्यूटर कमर दर्द का प्रमुख कारण बनता जा रहा है! एक अध्ययन के अनुसार बडे शहरों और महानगरों में कम्प्यूटर का बढ़ता इस्तेमाल तथा खराब सडकें कमर दर्द की समस्या बढा रहे हैं! अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के आर्थोपीडिक्स विशेषज्ञ डॉ.अरविन्द ने प्रैसवार्ता को बताया कि उनके विभाग में कमर दर्द को लेकर आने वाले नौजवान प्रोफेशनल लोगों की संख्या बढ रही है! मौजूदा समय में इंफार्मेशन टक्नोलाजी (आईटी) एवं बीपीओ क्षेत्र के लोग कमर दर्द के सबसे अधिक शिकार बन रहे हैं! एम्स में भर्ती होने वाले मरीजों के विश्लेषण के अनुसार इस समय १५ से २० प्रतिशत लोग कमर दर्द की समस्या से ग्रस्त हैं और यह प्रतिशत तेजी से बढ रहा हैं! देश में आठ शहरों में किये गये इस अध्ययन से निष्कर्ष निकाला गया है कि घर या दफ्तर में देर तक कम्प्यूटर पर काम करने वाले करीब ६७ प्रतिशत लोग कमर दर्द से ग्रस्त हैं! हैल्थ इंडिया नामक स्वैच्छिक संगठन एवं दर्द निवारक दवा आयोडेक्स के निर्माताओं की और से दिल्ली, मुम्बई, लखनऊ, भोपाल, अहमदाबाद, चन्नई में किए गये एक अध्ययन में शामिल किये ४०० लोगों में से जिन २६९ लोगों को कमर दर्द से ग्रस्त पाया गया वे रोजाना २ से ५ घंटे कम्प्यूटर पर काम करते थे! इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि शहरी लोगों में कमर दर्द का दूसरा नाम हैं कम्प्यूटर!