हरियाणवीं महिलाएं हो रही हैं-रक्ताल्यता का शिकार
पानीपत(प्रैसवार्ता) हरियाणा राज्य स्वास्थ्य में निरतर पिछड़ रहा हैं और राज्य की लगभग सात प्रतिशत गर्भस्थ महिलाए एनीमिया से ग्रस्त हैं इस बीमारी पर राज्य का झारखंड के बाद दूसरा नम्बर आता हैं, जबकि देश में एनीमिया से पीड़ित गर्भस्थ महिलाओ की दर 56.2 बनी हुए हैं, हालाँकि रक्त की कमी से होने वाली इस बिमारी की चपेट में अधिकाँश गर्भवती महिलाए हो रहीं हैं, लेकिन युवा लड़किया व नवविवाहिताए भी इसकी चपेट में आने लगी हैं इसे कटु सत्य ही कहा जायेगा कि एनीमिया ने बच्चो को भी अपनी चुगल में लेना शुरू कर दिया हैं प्रेसवार्ता को मिली जानकारी अनुसार नैशनल फैमिली सर्वे ने हरियाणा के स्वास्थ्य सन्दर्भ में इस खतरनाक व हरैतमंद पहलु का खुलासा किया हैं सर्वे रिपोर्ट में बताया कि 26 प्रतिशत मामूली एनीमिया, 42 प्रतिशत सामान्य, 4 प्रतिशत खतरनाक एनीमिया से पीड़ित हैं लड़को की अपेक्षा लड़कियों में एनीमिया अधिक पकड़ बना रहा हैं विशेष कर उन बच्चो में जितनी माताएं एनेमिक हैं, यह बीमारी कम उम्र व आरम्भिक चरण में ही पकड़ लेती हैं