दिल्ली,पंजाब,हरियाणा की चुनावी तस्वीर एक नज़र में
चंडीगढ़(न्यूज़प्लस):लोकसभा चुनाव घोषित हो चुके हैं और 16 मई को कौन बनेगा प्रधानमन्त्री, भी तय हो जाएगा न्यूज़प्लस को मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली,पंजाब तथा हरियाणा में कांग्रेस की बढ़त रहेगी इन तीन राज्यों में 30 संसदीय क्षेत्र हैं जिनमे कांग्रेस के 18 भाजपा तथा सहयोगी अकाली दल, इनेलो को 12 संसदीय क्षेत्रो में विजयश्री मिलने की संभावना हैं दिल्ली में 2004 के संसदीय चुनाव में 6 और भाजपा को मात्र एक सीट ही मिली थी विधानसभा चुनाव उपरांत सामने आई राजनितिक स्थिति के मुताबिक भाजपा को दिल्ली में इस बार खाता खोलने के लिए काफ़ी पापड बेलने पड़ेंगे कांग्रेस को जहाँ थोड़ा बहुत बदलाव करना पड़ सकता हैं, वहीं भाजपाई सीट दक्षिण दिल्ली को बचाए रखना मुश्किल दिखाई देता हैं
2004 में हरियाणा ने दस में से 9 पर संसदीय सीटो पर कांग्रेस का कब्ज़ा था, जबकि बाजपा मात्र एक क्षेत्र में ही विजय पताका लहरा पाई हैं भाजपा का इनेलो से गठबंधन, भजन लाल की पुत्रम पार्टी हजकां और हजकां का तीसरे मोर्चे से तालमेल सता विरोधी रुख से जरुरी लम्भावित हो सकते हैं कांग्रेस का आंकडा 9 पलटकर 6 तक जा सकता हैं मुख्यमंत्री हुड्डा की सवच्छ छवि तथा किए गए विकास कार्य, जनहित योजनाये लागू करने का फायदा कांग्रेस को जरुर मिल सकता हैं बसपा तथा हजकां भी संसद में अपनी उपस्थति दर्ज करवाने में सफल हो सकती हैं, ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि इनेलो के जबरदस्त प्रभावी नेटवर्क व जनाधार भी खाता खोलने की स्थिति में दिखाई देता हैं पंजाब राज्य में सतारूढ़,शिरोमणी, आकालीदल व भाजपा कि विधानसभा चुनाव उपरांत काफ़ी बदलाव आया हैं मुख्यमंत्री के साहिबजादे को उपमुख्यमंत्री की कुर्सी संकेत देती हैं कि मुख्यमंत्री श्री बादल प्रांतीय बागडोर को अपने साहिबजादे को सौंपकर कर स्वय राष्ट्रीय राजनीति में कूद सकते हैं बठिंडा संसदीय क्षेत्र में श्री बादल का चुनावी दंगल में उतरना यकीनी माना जा रहा हैं सता विरोधी रुझान के चलते कांग्रेस 13 में से 5-6 स्थानों पर जीत बुलंद हो सकती हैं, बशर्त हैं कि प्रत्याशियों का चयन सही हो वर्तमान में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में कांग्रेस के पास 17, भाजपा के पास 5, शिरोमणी अकालीदल के पास 8 सीट हैं पंजाब में कांग्रेस को 2-3 सीटो में वृद्धि की आकांशा हैं, वहीं हरियाणा में 3 खोनी पड़ सकती हैं शुरूआती चुनाव रुझान कांग्रेस को 18 , भाजपा को 4, अकाली दल को 5 व इनेलो को दो तथा अन्य को एक सीट पर विजय होने का संकेत देती हैं