नगर परिषद् की भूमि प्राईवेट संस्था को देने पर विरोध
सिरसा (सिटीकिंग) स्थानीय हिसार रोड पर स्थित राजकीय स्कूल के साथ लगती नगर परिषद् की लगभग डेढ़ एकड़ भूमि को लेकर विवाद खड़ा हो गया हैं सिरसा शहर के ३१ वार्ड पार्षदों में से 22 पार्षदों ने नगर परिषद् द्वारा इस भूमि को एक निजी संस्था को दिए जाने का विरोध दर्ज किया हैं इस सम्बन्ध में पार्षदों ने उपायुक्त को मांग पत्र सोंपा और नगर परिषद् द्वारा निजी संस्था को उक्त भूमि दिए जाने के प्रस्ताव पर रोष जाहिर किया प्राषदो ने मांग की कि इस भूमि पर पूर्वनियोजित सामुदायिक केन्द्र बनाया जाए नगर परिषद् की खैरपुर स्थित राजकीय विद्यालय के साथ लगती डेढ़ एकड़ भूमि हैं इस भूमि पर प्रदेश की पिछली चौटाला सरकार के कार्यालय में नगर परिषद् द्वारा अपने कार्यालय बनाये जाने का निर्णय लिया था तत्कालीन मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने 22 जनवरी 2004 को शिलान्यास पत्थर भी रखा, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद इस पर कार्य नहीं किया गया इसके बाद स्थानीय निवासियों की मांग पर इस भूमि पर स्थानीय केन्द्र बनाये जाने का निर्णय लिया गया इस संबंद में उपायुक्त वी.उमाशंकर ने इसका जिम्मा मार्केटिंग बोर्ड को सोंपा हैं नगर परिषद् को 7 अगस्त को आयोजित की गई बैठक में इस भूमि को श्री अरोड़ावंश सभा को स्थान्तरित किए जाने का प्रस्ताव पारित किया जाना दिखाया गया हैं पार्षदों ने इस प्रकार को नगर परिषद् की बैठक में पास होने की जानकारी से भी पूरी तरह से इनकार करते हुए इस प्रस्ताव को ही नकार दिया हैं अब नगर परिषद् को इस भूमि को श्री अरोड़ावंश सभा को धर्मशाला हेतु दिए जाने पर 31 में से 22 पार्षदों पर विरोध दर्ज किया हैं जिला उपायुक्त को सोंपे अपने मांग पत्र में पार्षदों ओम प्रकाश, रोशन, रिछपाल सोढी, नरेन्द्र कुमार आदि ने पत्र में कहा हैं कि यह भूमि लगभग 20 करोड़ रुपए की हैं, जिस पर नगर परिषद् का मालिकाना हक बना रहना चाहिए उपायुक्त को सोंपे ज्ञापन में कहा गया हैं कि इस भूमि पर नगर परिषद् द्वारा निर्माण कार्य करवाना चाहिए, ताकि इसकी आमदनी से परिषद् सुचारू रूप से चल सके तथा नगर की सुन्दरता बनी रहे