कांग्रेस ही है हजकां व कुलदीप की मंजिल-लाठर
सफीदों (प्रैसवार्ता) विधानसभा चुनाव को लेकर सफीदों हल्के में हजकां की स्थिति का जायजा लेने आए इस पार्टी के प्रदेश महासचिव सत्यानारायण लाठर ने आज दुखी मन से कहा कि आखिर हजकां व इसके सुप्रीमों कुलदीप बिश्रोई की मंजिल कांग्रेस ही है और बिश्रोई अपने निहित स्वार्थों के लिए प्रदेश भर में असंख्य कार्यकर्ताटों की भावनाओं की कीमत पर कभी भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों में कुलदीप कांग्रेस पार्टी से आदमपुर, नलवा व पंचकूला विधानसभा सीट मांग रहे हैं और यदि कांग्रेस पार्टी इस पर सहमत हो जाती है तो कुलदीप को फिर कांग्रेस में लौटना है। अपनी ही पार्टी के सुप्रीमों पर तीखे प्रहार करते हुए लाठर ने कहा कि कुलदीप अपरिपक्व भी है और हमेशा छलावे की राजनीति करते हैं जो प्रदेश में उनके पिता भजनलाल के समर्थक असंख्य लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। हजकां नेता ने कहा कि कुलदीप ने पहले लोकसभा से इस्तीफा देने का ड्रामा किया और फिर कहा कि कांग्रेस उन्हें एक सौ करोड़ रुपये व मुख्यमंत्री के पद का लालच दे रही है। उन्होंने कहा कि कुलदीप के सुप्रीमों रहते हजकां की प्रदेश में यह स्थिति है, कि न इसकी कोई संसदीय कमेटी है और न ही स्क्रूटनी कमेटी है, यहां तक कि पार्टी का मुख्यालय भी नहीं है। लाठर ने कहा कि बसपा से समझौते को लेकर कुलदीप ने पार्टी के किसी नेता से बात नहीं की और खुद अमेरिका से सीधे लखनऊ पहुंच गए। उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन पार्टी की किसी नीति पर नहीं, बल्कि कुलदीप के मूड पर ही निर्भर है, जिसके कारण इस चुनाव में हजकां के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल की भी राजनीति फजीहत होना निश्चित है। लाठर ने सफीदों हल्के में हजकां की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा, कि दुनिया में और कोई पार्टी प्रमुख ऐसा हो या न हो, लेकिन कुलदीप ऐसे हैं, जिन्होंने युवा हजकां के प्रदेश अध्यक्ष जयभगवान शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है और खुद ही पार्टी कार्यकर्ताटों को शर्मा का विरोध करने को उकसा रहे हैं। लाठर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के जनशोषण के विरोध में हजकां को समर्थन देने वाली जनता का यह दुर्भाग्य ही है, कि कुलदीप बेवफाई की किसी हद तक भी जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह हजकां में रहकर ही कुलदीप के कारनामों की कलई खोलते रहेंगे।