सत्ता कुंडली से नहीं,कर्म से.....
चंडीगढ़ (प्रैसवार्ता) सत्ता कुंडली से नहीं कर्म से मिलती है और कर्म के लिए राजसेवा को जनसेवा में बदलना होता है। चौ. देवीलाल ने अपने राजनीतिक जीवन में जनसेवा को प्राथमिकता दी और यहीं विचार रखते है, उनके पौत्र अजय चौटाला। अजय चौटाला डबवाली क्षेत्र से इनैलों प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में है, जिन्हे क्षेत्र के मतदाताओं का भरपूर समर्थन मिल रहा है। हरियाणा प्रदेश की राजनीति का पिता-पुत्र(भुपेन्द्र सिंह हुड्डा तथा दीपेन्द्र सिंह हुड्डा) और रोहतक तक ही सिमटे रहने का खमियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ रहा है। हुड्डा सरकार द्वारा कर्मचारियों के साथ छठे वेतन आयोग में छल, वहीं किसानों की सुविधाओं की अनदेखी, प्रदेश के बेरोजगारों की अनदेखी और उनके अधिकार पर अन्य राज्यों से संबंधित को रोजगार मुहैया करवाना कांग्रेस प्रत्याशियों के जी का जंजाल बन गया है- जबकि दूसरी तरफ इनैलों की घोषणाओं ने राज्य की राजनीतिक तस्वीर बदल दी है और लोगों के बदलते रूझान से इनैलों का जनाधार बढ़ रहा है। राजनीतिक विशेषज्ञ यह स्वीकार करने लगे है कि आने वाली सरकार इनैलों की होगी, क्योंकि कांग्रेस को लूट और फूट से फुर्सत नहीं। डबवाली विधानसभा से कांग्रेसी प्रत्याशी डा. के.वी. सिंह, जहां अपनी ही पार्टी के दिग्गजों से जुझ रहे हैं, वहीं इनैलों प्रत्याशी अजय सिंह चौटाला की चुनावी टीम का मतदाताओं से निजी संपर्क और उन्हे मिल रहे समर्थन ने कांग्रेसी पार्टी के विधायक बनने के सपने पर 'ग्रहण' लगा दिया है। कांग्रेस का गिरता ग्राफ इनैलों के लिए लाभकारी सिद्ध होता स्पष्ट्र दिखाई देने लगा है। जनहितैषी सरकार का ढोंगी चेहरा जनता के सामने आने और आवश्यक वस्तुओं के बढतें दाम कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए कठिनाई उत्पन्न कर रहे है। पूरे प्रदेश में इनैलों की नुक्कड़ सभाओं का रैलियों में तबदील होना बदलाव का संकेत माना जा रहा है। दूसरी तरफ इनैलो ने अपने गढ़ को मजबूत रखने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है। इनैलो सुप्रीमों ओम प्रकाश चौटला, मुख्यमंत्री पंजाब स. प्रकाश सिंह बादल और उनके बेटे सुखबीर बादल सहित पंजाब राज्य के कई मंत्रियों और अकाली नेताओं ने जिला सिरसा में डेरा जमाने के साथ साथ पूरे जिला को इनैलोमयी करने के लिए ऐडी चोटी का जोर लगा रखा है। इनैलो की चुनावी टीम का मतदाताओं से निजी संपर्क और चुनावी प्रचार इनैलो प्रत्याशियों के लिए काफी लाभकारी साबित हो रहा है। इनैलो सुप्रीमों ओम प्रकाश चौटाला और स.बादल के औजस्वी भाषण, इनैलो के चुनावी वायदेन तथा इनैलो प्रत्याशियों की स्वच्छ छवि इनैलो के जनाधार में निरंतर बढ़ौतरी कर रही है। डबवाली क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी डा. के.वी. सिंह के लिए दीपेन्द्र हुड्डा का रोड़ शो तथा भुपेन्द्र हुड्डा क ी जनसभा में उपस्थित फीकी भीड़ ने कांग्रेस प्रत्याशी की चिंता बढा दी है। दूसरी तरफ सोनिया गांधी के नाम पर वोट मांग रही कांग्रेस सोनिया गांधी की फीकी रैली को लेकर राजनीतिक तस्वीर में दिख रहे बदलाव से परेशानी में है, वहीं बागी उमीदवारों का चुनावी दंगल में डटे रहना तथा रूठे कांग्रेसियों की कांग्रेसी प्रत्याशियों से दूरी का इनैलो को फायदा मिलता नजर आ रहा है।