खोया-पनीर में चर्बी व मोबिल
गाजियाबाद(प्रैसवार्ता)सिंथेटिक खोया-पनीर प्रकरण में गिरफ्तार दोषियों ने रहस्योदघाटन किया है, कि इधर पाऊडर एवं दूसरे रसायनों से तैयार होने वाले खोया में अधिक वक्त नहीं लगता-जबकि प्राकृतिक खोया तैयार करने में 6-7 घंटे का समय लगता है। सिंथेटिक खोया तैयार करने में पशुओं की चर्बी, मोबिल ऑयल तथा रिफाईंड तेलों का प्रयोग किया जाता है-जबकि सिंथेटिक दूध से खोया तैयार करने में दूध की जरूरत भी कम पड़ती है और ईंधन की भी बचत होती है। ''प्रैसवार्ता'' को खाद्य एवं औषधि नियंत्रण विभाग के विशेष सचिव कैप्टन एस. के द्विवेदी ने बताया कि दूध पाऊडर से सिंथेटिक तरह से खोया-पनीर में चिकनाहट लाने के लिए मोबिल-आयल एवं पशुओं की चर्बी व रिफाईंड का प्रयोग किया जाता है-जिसमें पहले पशुओं की चर्बी को अच्छी तरह से उबाल लिया जाता है तथा उसके बाद उसके कालेपन के हिस्से को अलग कर लिया जाता है। फिर अवशेष चिकनाहट वाले भाग को सिंथेटिक खोया एवं पनीर में इस्तेमाल किया जाता है। इसी तरह मोबिल ऑयल के इस्तेमाल दौरान उसकी गंध को दूर करने के लिए अलग से कैमिकल का प्रयोग किया जाता है।