यूथ हॉस्टल एसोसिएशन पर विशेष वार्तालाप
28 जनवरी 2010
यूथ होस्टल इंटरनेश्रल एसोसिएशन क्या है?
लगभग पच्चास वर्ष पूर्व इंग्लैंड में इस संस्था की स्थापना हुई। यह सरकार के सहयोग से चलने वाली संस्था है। पूरे विश्व के एक सौ अट्ठासी देशों में इस संस्था द्वारा होस्टल स्थापित किए गए हैं। इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को सिर्फ अपने देश से ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व की सांस्कृति और अन्य ढेर सारी जानकारियों से परिचित करवाना है। इनमें रहने और खानपान का बेहतरीन प्रबंध है। अगर सिर्फ भारत के होस्टलों की बात करें तो यहां मात्र पच्चास रूपये में ही एक रात के ठहरने के साथ साथ पोष्टिक आहार से भरपूर सुबह के नाश्ते की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
संस्था द्वारा अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
इस संस्था में एक लोकल युनिट होती है। उसका हर राज्य में एक मुख्यालय है। संपूर्ण भारत के लिए संस्था के कार्यक्रम दिल्ली से निर्धारित किए जाते हैं जो कि सभी राज्यों में लागू किए जाते है। जैसे कि समय समय पर इस संस्था द्वारा बच्चों की छुट्टियो के समय ट्रैकिंग टूर भेजे जाते है। इसके तहत दस दिन के एक टूर में मात्र एक हजार रूपये में आने जाने की किराया, रहने का खर्चा और खाने पीने का उचित प्रबंध किया जाता है।
ट्रेकिंग टूर के द्वारा बच्चे किस प्रकार का ज्ञान हासिल करते है?
सर्वप्रथम तो पर्यटकों को आयोजन के लिए किसी भी प्रकार की चिंता नहीं रहती। क्योंकि जिस राज्य में टूर जाते है वहीं की राज्य इकाई उस टूर का सारा बंदोबस्त करती है। उस राज्य के सभी पर्यटन स्थलों पर घुमाया जाता है। वहां की संस्कृति से रूबरू करवाया जाता है।
इसकी सदस्यता ग्रहण करने की क्या प्रक्रिया है?
इसकी सदस्यता दस साल से लेकर अठारह साल तक के बच्चों के लिए मात्र चालीस रूपये वार्षिक शुल्क है और सौ रूपये में दो वर्ष के शुल्क के साथ सदस्यता ग्रहण कर सकते है। अठारह वर्ष से साठ वर्ष तक की आयु वाले व्यक्ति के लिए दो सौ रूपये दो वर्ष के लिए निर्धारित किया गया है। हर सदस्य को एक सदस्यता कार्ड दिया जाता है।
प्रस्तुति: - प्रवीण कुमार व चेतन सिंह
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युवाओं में वैश्विक भाईचारा विकसित करने और उनमें विभिन्न संस्कृतियों की समझ विकसित करने के लिए इंटरनेश्रल यूथ होस्टल एसोसिएशन अनेक वर्षों से काम कर रही है। यह विभिन्न देशों की यूथ हॉस्टल एसोसिएशनों का एक संघ है। यह कहना है एसोसिएशन की सिरसा इकाई के संगठक रामकृष्ण गोयल का। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के सामुदायिक रेडियो स्टेशन के कार्यक्रम हैलो सिरसा में मुकुल मुकेश मोंगा के साथ विशेष वार्तालाप में राम कृष्ण गोयल सिरसा के आर्गेनाइजरने इस संस्था की गतिविधियों व कार्यकलापों पर प्रकाश डाला। प्रस्तुत है इस वार्तालाप के संपादित अंश :यूथ होस्टल इंटरनेश्रल एसोसिएशन क्या है?
लगभग पच्चास वर्ष पूर्व इंग्लैंड में इस संस्था की स्थापना हुई। यह सरकार के सहयोग से चलने वाली संस्था है। पूरे विश्व के एक सौ अट्ठासी देशों में इस संस्था द्वारा होस्टल स्थापित किए गए हैं। इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को सिर्फ अपने देश से ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व की सांस्कृति और अन्य ढेर सारी जानकारियों से परिचित करवाना है। इनमें रहने और खानपान का बेहतरीन प्रबंध है। अगर सिर्फ भारत के होस्टलों की बात करें तो यहां मात्र पच्चास रूपये में ही एक रात के ठहरने के साथ साथ पोष्टिक आहार से भरपूर सुबह के नाश्ते की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
संस्था द्वारा अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
इस संस्था में एक लोकल युनिट होती है। उसका हर राज्य में एक मुख्यालय है। संपूर्ण भारत के लिए संस्था के कार्यक्रम दिल्ली से निर्धारित किए जाते हैं जो कि सभी राज्यों में लागू किए जाते है। जैसे कि समय समय पर इस संस्था द्वारा बच्चों की छुट्टियो के समय ट्रैकिंग टूर भेजे जाते है। इसके तहत दस दिन के एक टूर में मात्र एक हजार रूपये में आने जाने की किराया, रहने का खर्चा और खाने पीने का उचित प्रबंध किया जाता है।
ट्रेकिंग टूर के द्वारा बच्चे किस प्रकार का ज्ञान हासिल करते है?
सर्वप्रथम तो पर्यटकों को आयोजन के लिए किसी भी प्रकार की चिंता नहीं रहती। क्योंकि जिस राज्य में टूर जाते है वहीं की राज्य इकाई उस टूर का सारा बंदोबस्त करती है। उस राज्य के सभी पर्यटन स्थलों पर घुमाया जाता है। वहां की संस्कृति से रूबरू करवाया जाता है।
इसकी सदस्यता ग्रहण करने की क्या प्रक्रिया है?
इसकी सदस्यता दस साल से लेकर अठारह साल तक के बच्चों के लिए मात्र चालीस रूपये वार्षिक शुल्क है और सौ रूपये में दो वर्ष के शुल्क के साथ सदस्यता ग्रहण कर सकते है। अठारह वर्ष से साठ वर्ष तक की आयु वाले व्यक्ति के लिए दो सौ रूपये दो वर्ष के लिए निर्धारित किया गया है। हर सदस्य को एक सदस्यता कार्ड दिया जाता है।