हरियाणा-महंगाई की मार-शराबियों को भी
08 फरवरी 2010
चंडीगढ़(प्रैसवार्ता) दैनिक रोजमर्रा की वस्तुएं तो पहले ही आसमान छू रही हैं और अब शराब के शौकीनों पर महंगाई का असर देने को मिलेगा। हरियाणा सरकार की नई शराब नीति और लाईसैंस फीस की बढ़ौत्तरी के चलते शराब ठेका का चलाना मुश्किल भरा होगा। ''प्रैसवार्ता'' द्वारा एकत्रित की गई जानकारी मुताबिक शराब के दाम 15 प्रतिशत और बीयर 20 प्रतिशत तक महंगी हो सकती है। सरकार ने देसी शराब के लाईसैंस की फीस में 10 प्रतिशत तथा अंग्रेजी शराब की फीस में 5 प्रतिशत वृद्धि की है-जबकि गुडग़ांव मंडल में अंग्रेजी शराब के ठेकों पर 8 प्रतिशत बढ़ाई गई है। शराब के ठेकेदारों का कहना है कि यदि सरकार न्यूनतम मूल्य से कम शराब बेचने वालों पर शिकंजा कसे, तो ठेकेदार भले ही कारोबार कर पायें, अन्यथा सरकार की आबकारी नीति, जहां शराब के शौकीन लोगों के साथ-साथ शराब के ठेकेदारों को किसी आर्थिक झटके से कम नहीं आंकी जायेगी, वहीं सरकार के लिए कई परेशानियां खड़ी कर सकती है। सरकार के इस निर्णय से देसी शराब की बोतल का न्यूनतम मूल्य 75 रुपये हो जायेगा, वहीं सैमीडीलैक्स शराब (रायल स्टैग, रैड नाईट) 250 रुपये तथा रैगुलर ब्रांड (ऐरीस्ट्रोकेट, डायरैक्टर स्पैशल, व्हाईट हाऊस, आफिसर चवॉयस)इत्यादि का न्यूनतम मूल्य 170 रुपये प्रति बोतल कर दिया गया है। शराब के ठेकेदारों के अनुसार यदि सरकार अवैध तथा सरकारी की शराब पर प्रतिबंध लगाने में कामयाब हो जाती है, तो सरकार की आबकारी नीति कामयाब हो सकती है, अन्यथा शराबबंदी योजना की तरह सरकार को आबकारी नीति को लेकर किए गये संशोधन में बदलाव लाने पर मजबूर होना पड़ेगा।
चंडीगढ़(प्रैसवार्ता) दैनिक रोजमर्रा की वस्तुएं तो पहले ही आसमान छू रही हैं और अब शराब के शौकीनों पर महंगाई का असर देने को मिलेगा। हरियाणा सरकार की नई शराब नीति और लाईसैंस फीस की बढ़ौत्तरी के चलते शराब ठेका का चलाना मुश्किल भरा होगा। ''प्रैसवार्ता'' द्वारा एकत्रित की गई जानकारी मुताबिक शराब के दाम 15 प्रतिशत और बीयर 20 प्रतिशत तक महंगी हो सकती है। सरकार ने देसी शराब के लाईसैंस की फीस में 10 प्रतिशत तथा अंग्रेजी शराब की फीस में 5 प्रतिशत वृद्धि की है-जबकि गुडग़ांव मंडल में अंग्रेजी शराब के ठेकों पर 8 प्रतिशत बढ़ाई गई है। शराब के ठेकेदारों का कहना है कि यदि सरकार न्यूनतम मूल्य से कम शराब बेचने वालों पर शिकंजा कसे, तो ठेकेदार भले ही कारोबार कर पायें, अन्यथा सरकार की आबकारी नीति, जहां शराब के शौकीन लोगों के साथ-साथ शराब के ठेकेदारों को किसी आर्थिक झटके से कम नहीं आंकी जायेगी, वहीं सरकार के लिए कई परेशानियां खड़ी कर सकती है। सरकार के इस निर्णय से देसी शराब की बोतल का न्यूनतम मूल्य 75 रुपये हो जायेगा, वहीं सैमीडीलैक्स शराब (रायल स्टैग, रैड नाईट) 250 रुपये तथा रैगुलर ब्रांड (ऐरीस्ट्रोकेट, डायरैक्टर स्पैशल, व्हाईट हाऊस, आफिसर चवॉयस)इत्यादि का न्यूनतम मूल्य 170 रुपये प्रति बोतल कर दिया गया है। शराब के ठेकेदारों के अनुसार यदि सरकार अवैध तथा सरकारी की शराब पर प्रतिबंध लगाने में कामयाब हो जाती है, तो सरकार की आबकारी नीति कामयाब हो सकती है, अन्यथा शराबबंदी योजना की तरह सरकार को आबकारी नीति को लेकर किए गये संशोधन में बदलाव लाने पर मजबूर होना पड़ेगा।