दिल से जुड़ें समाज के साथ: कसवां
20 फरवरी 2010
समाज सेवी संस्थाएं किस प्रकार कार्य करती हैं?
ये संस्थाएं समयानुसार समाज को विभिन्न समस्याओं से उवारने के लिए कार्य करती हैं। इन संस्थाओं के कामकाज को सुचारू रूप से चलाने के लिए कुछ पदाधिकारी नियुक्त किए जाते हैं। वे आपसी समन्वय द्वारा निश्चित करते हैं कि किस मुद्दे पर कार्य करने से समाज को अधिक लाभ पहुंच सकता है। जैसा कि कुछ दिन पूर्व नेश्रल वेल्फेयर आर्गेनाइजेश्र द्वारा यातायात संबंधी नियमों के लिए जागरुकता अभियान चलाया गया। कुछ संस्थाएं सरकार से सहायता प्राप्त करती हैं व कुछ संस्थाएं अपने बलबूते पर ही समाज सेवा करना बेहतर समझती हैं।
आपने समाज सेवा में क्या उपलब्धियां हासिल की हैं?
हमारी संस्था द्वारा एक गांव में मुख्त चिकित्सा शिविर लगाया गया। इसी प्रकार हमारी संस्था द्वारा चतरगढ़पट्टी के एक मिडल स्कूल को भी गोद लिया गया है। जिसमेंं बहुत सी मूलभूत सुविधाओं की सरकार के सहयोग से आपूर्ति की गई है। इसके उपरांत स्कूल के छात्रों की संख्या दोगुनी हो गई है। हमारी संस्था द्वारा समाज से अशिक्षा के अभिशाप को दूर करने के लिए भी सफल प्रयास किए जा रहे हैं। हमने नशे के खिलाफ भी कार्य किया है जिसमें बहुत हद तक सफलता प्राप्त हुई है।
एक अच्छा समाज सेवी किसे माना जाए?
समाज सेवा का कार्य बहुत ही पुण्य कार्य है। इसे करने के लिए दृढ़ निश्चय व संकल्प की जरूरत है। समाज सेवा का संबंध आंतरिक निष्ठा से है न कि बाहरी दिखावे से । लेकिन भौतिक स्तर पर हुए समाज सेवा के कार्यों को जनता के सामने लाना भी जरूरी है। इससे आम जन को भी प्रोत्साहन व प्रेरणा मिलती है।
प्रस्तुति:-प्रवीण कुमार इन्सां व आयुष्मान
समाजसेवी सुभाष कसवां का कहना है कि कन्या भू्रण हत्या के विरुद्ध एक सामाजिक आंदोलन चलाने की आवश्यकता है। हिंदू रीति के अनुसार विवाह के दौरान सात फेरों की रस्म का प्रचलन है। परंतु इस रस्म में आठवें फेरे को जोडे जाने की आवश्यकता है जिसमें वर-वधू कन्या भू्रण हत्या जैसे कुकृत्य में संलिप्त न होने का संकल्प लें। पेशे से आढ़ती कसवां लायंस क्लब, सौगात व नेशनल वेलफेयर फेडरेशन आदि अनेक सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हैं। वे सिरसा के सामुदायिक रेडियो के नियमित कार्यक्रम हैलो सिरसा में आमंत्रित थे। वह समाज सेवा के विभिन्न आयामों पर मुकुल मोंगा के साथ बातचीत कर रहे थे। पेश हैं इस वार्ता के संपादित अंश:-समाज सेवी संस्थाएं किस प्रकार कार्य करती हैं?
ये संस्थाएं समयानुसार समाज को विभिन्न समस्याओं से उवारने के लिए कार्य करती हैं। इन संस्थाओं के कामकाज को सुचारू रूप से चलाने के लिए कुछ पदाधिकारी नियुक्त किए जाते हैं। वे आपसी समन्वय द्वारा निश्चित करते हैं कि किस मुद्दे पर कार्य करने से समाज को अधिक लाभ पहुंच सकता है। जैसा कि कुछ दिन पूर्व नेश्रल वेल्फेयर आर्गेनाइजेश्र द्वारा यातायात संबंधी नियमों के लिए जागरुकता अभियान चलाया गया। कुछ संस्थाएं सरकार से सहायता प्राप्त करती हैं व कुछ संस्थाएं अपने बलबूते पर ही समाज सेवा करना बेहतर समझती हैं।
आपने समाज सेवा में क्या उपलब्धियां हासिल की हैं?
हमारी संस्था द्वारा एक गांव में मुख्त चिकित्सा शिविर लगाया गया। इसी प्रकार हमारी संस्था द्वारा चतरगढ़पट्टी के एक मिडल स्कूल को भी गोद लिया गया है। जिसमेंं बहुत सी मूलभूत सुविधाओं की सरकार के सहयोग से आपूर्ति की गई है। इसके उपरांत स्कूल के छात्रों की संख्या दोगुनी हो गई है। हमारी संस्था द्वारा समाज से अशिक्षा के अभिशाप को दूर करने के लिए भी सफल प्रयास किए जा रहे हैं। हमने नशे के खिलाफ भी कार्य किया है जिसमें बहुत हद तक सफलता प्राप्त हुई है।
एक अच्छा समाज सेवी किसे माना जाए?
समाज सेवा का कार्य बहुत ही पुण्य कार्य है। इसे करने के लिए दृढ़ निश्चय व संकल्प की जरूरत है। समाज सेवा का संबंध आंतरिक निष्ठा से है न कि बाहरी दिखावे से । लेकिन भौतिक स्तर पर हुए समाज सेवा के कार्यों को जनता के सामने लाना भी जरूरी है। इससे आम जन को भी प्रोत्साहन व प्रेरणा मिलती है।