समाजसेवा के क्षेत्र में भी काम करे मीडिया: राठी
22 फरवरी 2010
सिरसा(सिटीकिंग) मीडिया का कार्य समाज के हर वर्ग व हर पहलू पर नजर रख कर उसे उजागर करना है, लेकिन इसी के साथ मीडिया को समाज के कमजोर व पिछड़े तबके को भी समाज की मुख्य धारा में जोडऩे के लिए विशेष अभियान चलाना चाहिए। यह बात राष्ट्रीय न्यास की नोडल एजेंसी दिशा द्वारा संस्था के प्रांगण में आज आयोजित सामाजिक क्षेत्र में मीडिया की भूमिका विषय पर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित हयूज के प्रदेशाध्यक्ष संजय राठी ने उपस्थित मीडियाकर्मियों के समक्ष रखी। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित सतीश त्यागी ने कहा कि देश का दो प्रतिशत हिस्सा मानसिक अथवा शारीरिक रूप से विकलांग विशेष बच्चों का है। समाज के लोगों द्वारा इस वर्ग का उपेक्षा व कुंठा की दृष्टि से देखा जाता है जो कि सरासर अनुचित है। विशेष बच्चों को उनके अधिकार, सुविधाएं व सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में उन्हें अवगत करवाने में मीडिया को आगे आना चाहिए ताकि विशेष बच्चे स्वयं को उपेक्षित न समझें। कार्यक्रम में दिशा संस्था की निदेशिका गीता कथूरिया ने विशेष बच्चों के साथ काम करने के अनुभव को सांझा करते हुए विशेष बच्चों के समक्ष आने वाली समस्याओं से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि विशेष बच्चों में भी आम व्यक्ति की तरह दिल व दिमाग होता है तथा वह भी अपनी भावनाओं को व्यक्त करने की कोशिश करता है, लेकिन मानसिक अथवा शारीरिक कमजोरी के कारण उसकी जिह्वा उसका साथ नहीं दे पाती, जिसके कारण वह अपनी भावनाओं की खुलकर अभिव्यक्ति नहीं कर पाता, जिसके कारण उसकी विशेषता भी दबकर रह जाती है। कार्यक्रम में उन्होंने सामान्य बच्चों की आंखों पर पट्टी बांधकर, दोनों पैरों को तथा हाथों को बांधकर विशेष बच्चों के समक्ष आने वाली समस्याओं व परेशानियों का आभास करवाया। कार्यक्रम में दिशा संस्था के संरक्षक एसी गाड़ी, उपप्रधान हरबंस नारंग, सचिव सुरेंद्र भाटिया, हयूज के प्रदेश महासचिव बलजीत सिंह, वरिष्ठ पत्रकार जगन्नाथ गौतम, अरूण मेहता, भूपेंद्र पन्नीवालिया, सीडीएलयू के जनसंचार एवं पत्रकारिता के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान, राजकीय नैशनल कॉलेज के विभागाध्यक्ष शत्रुजीत, प्राध्यापक राजेश आदि सहित प्रिंट व इलैक्ट्रोनिक मीडिया के अनेक पत्रकार व विद्यार्थी उपस्थित हुए।
सिरसा(सिटीकिंग) मीडिया का कार्य समाज के हर वर्ग व हर पहलू पर नजर रख कर उसे उजागर करना है, लेकिन इसी के साथ मीडिया को समाज के कमजोर व पिछड़े तबके को भी समाज की मुख्य धारा में जोडऩे के लिए विशेष अभियान चलाना चाहिए। यह बात राष्ट्रीय न्यास की नोडल एजेंसी दिशा द्वारा संस्था के प्रांगण में आज आयोजित सामाजिक क्षेत्र में मीडिया की भूमिका विषय पर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित हयूज के प्रदेशाध्यक्ष संजय राठी ने उपस्थित मीडियाकर्मियों के समक्ष रखी। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित सतीश त्यागी ने कहा कि देश का दो प्रतिशत हिस्सा मानसिक अथवा शारीरिक रूप से विकलांग विशेष बच्चों का है। समाज के लोगों द्वारा इस वर्ग का उपेक्षा व कुंठा की दृष्टि से देखा जाता है जो कि सरासर अनुचित है। विशेष बच्चों को उनके अधिकार, सुविधाएं व सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में उन्हें अवगत करवाने में मीडिया को आगे आना चाहिए ताकि विशेष बच्चे स्वयं को उपेक्षित न समझें। कार्यक्रम में दिशा संस्था की निदेशिका गीता कथूरिया ने विशेष बच्चों के साथ काम करने के अनुभव को सांझा करते हुए विशेष बच्चों के समक्ष आने वाली समस्याओं से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि विशेष बच्चों में भी आम व्यक्ति की तरह दिल व दिमाग होता है तथा वह भी अपनी भावनाओं को व्यक्त करने की कोशिश करता है, लेकिन मानसिक अथवा शारीरिक कमजोरी के कारण उसकी जिह्वा उसका साथ नहीं दे पाती, जिसके कारण वह अपनी भावनाओं की खुलकर अभिव्यक्ति नहीं कर पाता, जिसके कारण उसकी विशेषता भी दबकर रह जाती है। कार्यक्रम में उन्होंने सामान्य बच्चों की आंखों पर पट्टी बांधकर, दोनों पैरों को तथा हाथों को बांधकर विशेष बच्चों के समक्ष आने वाली समस्याओं व परेशानियों का आभास करवाया। कार्यक्रम में दिशा संस्था के संरक्षक एसी गाड़ी, उपप्रधान हरबंस नारंग, सचिव सुरेंद्र भाटिया, हयूज के प्रदेश महासचिव बलजीत सिंह, वरिष्ठ पत्रकार जगन्नाथ गौतम, अरूण मेहता, भूपेंद्र पन्नीवालिया, सीडीएलयू के जनसंचार एवं पत्रकारिता के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान, राजकीय नैशनल कॉलेज के विभागाध्यक्ष शत्रुजीत, प्राध्यापक राजेश आदि सहित प्रिंट व इलैक्ट्रोनिक मीडिया के अनेक पत्रकार व विद्यार्थी उपस्थित हुए।