पंजाबी की प्रमुख लेखक राम स्वरूप आणखी के निधन शोक व्यक्त
16 फरवरी 2010
सिरसा(सिटीकिंग) पंजाबी की प्रमुख लेखक राम स्वरूप आणखी के निधन पर जिला के कई संगठनों के प्रतिनिधिओं ने शोक व्यक्त कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी है.पंजाबी सत्कार सभा के प्रधान प्रदीप सचदेवा कहा की श्री आणखी का पंजाबी साहित्य में वशिष्ट स्थान था,उन्होंने अपने सम्पूर्ण जीवन काल में अपनी रचनाओं के माध्यम से जन जाग्रति का काम किया और हमेशा अन्याय के विरुद्ध अपनी आवाज उठाते रहे.उन्होंने कहा कि उनकी इस देन के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जायेगा. पंजाबी साहित्य सभा कालांवाली के प्रधान भूपिंदर पन्निवालिया ने कहा कि राम सवरुप आणखी की रचनाएँ हर एक को झकझोरने वाली और सच का आइना दिखा कर आंदोलित करने का काम करती हैं,इस लिए वे उन्हें जड़ हो रही संवेदनाओं को फिर से जीवित करने वाला लेखक मानते हैं.पंजाबी लेखक सभा के प्रधान हरभजन सिंह रेनू ने श्री आणखी को अपनी सभा की और से श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें एक प्रगतिशील लेखक बतया.पंजाबी साहित्य सभा के प्रधान डॉ जी डी चोधरी और सचिव डॉ दर्शन सिंह ने भी राम सवरुप आणखी के निधन को पंजाबी साहित्य को एक बड़ी क्षति करार दिया और कहा कि ऐसे लेखक केवल शरीर छोड़ते हैं,कभी मरा नहीं करते वे तो अपनी अमर रचनाओ के कारण हमेशा अमर रहते हैं.इलेक्ट्रोनिक मीडिया एसो के जिला प्रधान गुरजीत मान और श्री मारुती ट्रस्ट के प्रधान रमेश मेहता ने भी श्री आणखी को अपनी संस्थाओं की और से श्रद्धाजंलि भेंट की है।
सिरसा(सिटीकिंग) पंजाबी की प्रमुख लेखक राम स्वरूप आणखी के निधन पर जिला के कई संगठनों के प्रतिनिधिओं ने शोक व्यक्त कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी है.पंजाबी सत्कार सभा के प्रधान प्रदीप सचदेवा कहा की श्री आणखी का पंजाबी साहित्य में वशिष्ट स्थान था,उन्होंने अपने सम्पूर्ण जीवन काल में अपनी रचनाओं के माध्यम से जन जाग्रति का काम किया और हमेशा अन्याय के विरुद्ध अपनी आवाज उठाते रहे.उन्होंने कहा कि उनकी इस देन के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जायेगा. पंजाबी साहित्य सभा कालांवाली के प्रधान भूपिंदर पन्निवालिया ने कहा कि राम सवरुप आणखी की रचनाएँ हर एक को झकझोरने वाली और सच का आइना दिखा कर आंदोलित करने का काम करती हैं,इस लिए वे उन्हें जड़ हो रही संवेदनाओं को फिर से जीवित करने वाला लेखक मानते हैं.पंजाबी लेखक सभा के प्रधान हरभजन सिंह रेनू ने श्री आणखी को अपनी सभा की और से श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें एक प्रगतिशील लेखक बतया.पंजाबी साहित्य सभा के प्रधान डॉ जी डी चोधरी और सचिव डॉ दर्शन सिंह ने भी राम सवरुप आणखी के निधन को पंजाबी साहित्य को एक बड़ी क्षति करार दिया और कहा कि ऐसे लेखक केवल शरीर छोड़ते हैं,कभी मरा नहीं करते वे तो अपनी अमर रचनाओ के कारण हमेशा अमर रहते हैं.इलेक्ट्रोनिक मीडिया एसो के जिला प्रधान गुरजीत मान और श्री मारुती ट्रस्ट के प्रधान रमेश मेहता ने भी श्री आणखी को अपनी संस्थाओं की और से श्रद्धाजंलि भेंट की है।