शहीदों के नाम पर व्यापारीकरण बदा्र्रशत नहीं:मंच
23 मार्च 2010
हिसार(प्रैसवार्ता) शहीद भगत सिंह दिशा मंच के प्रवक्ता सोमदत्त गौतम व जनसंघर्ष मंच के प्रदेश सलाहकार एमएल सहगल ने गहरा रोष प्रकट करते हुए कहा कि यह बहुत खेद का विषय है कि कुछ घिनौनी मानसिकता के बीमार तत्व व्यापार हेतु क्रांतिकारी शहीदों के नाम व फोटो का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीड़ी-सिगरेट के खोखे से माचिस खरीदते एक व्यक्ति के हाथ में शहीद चंद्रशेखर आजाद की फोटो व नाम वाली माचिस देखकर बहुत अचम्भा हुआ कि शहीदों को किस तरह प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 'राज मैच वक्र्स, कोविलपट्टी' नाम की कंपनी द्वारा निर्मित माचिस जो मार्केट में बिक रही है वह खत्म होने पर पैरों या कूड़ेदान में फेंकी जाती है। ऐसी वस्तु पर क्रांतिकारी शहीदों की फोटो व नाम छाप कर कुछ व्यापारी ओछी मानसिकता का परिचय दे रहे हैं। संगठन नेताओं ने कहा कि गुलामी की जंजीरों से देश को स्वतंत्र करवाने के लिए क्रांतिकारियों ने फांसी के फंदों को चूमने तक में हिचक नहीं कि जिनमें मुख्य रूप से शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद का नाम भारत की आम जनता गर्व से लेती है। लेकिन कुछ शरारती तत्व इन्हीं क्रांतिकारी शहीदों का अपमान कर रहे हैं, ऐसे लोगों के विरुद्ध सरकार द्वारा तुरंत प्रभाव से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए अन्यथा दोनों संगठन अन्य स्वतंत्रता सेनानी व सामाजिक संगठनों के तालमेल से व्यापाक स्तर पर आंदोलन करेंगे। श्री गौतम व सहगल ने हिसार जनसंघर्ष समिति के अध्यक्ष गौतम सरदाना के प्रयासों से नगर के भगत सिंह चौक पर स्थापित शहीद भगत सिंह की प्रतिमा के जीर्णोद्धार की कार्रवाई के लिए धन्यवाद किया। साथ ही नगरपालिका प्रशासन की शहीदों की प्रतिमाओं के प्रति नकारात्मक भावनाओं की कड़ी भत्र्सना की और लोगों से भी अपील की कि वे इन प्रतिमाओं के आसपास कूड़ा न डालें। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 23 मार्च को शहीदी दिवस के अवसर पर शहीद भगत सिंह व राजगुरू की शहर में स्थापित प्रतिमाओं पर माल्र्यापण करेंगे।
हिसार(प्रैसवार्ता) शहीद भगत सिंह दिशा मंच के प्रवक्ता सोमदत्त गौतम व जनसंघर्ष मंच के प्रदेश सलाहकार एमएल सहगल ने गहरा रोष प्रकट करते हुए कहा कि यह बहुत खेद का विषय है कि कुछ घिनौनी मानसिकता के बीमार तत्व व्यापार हेतु क्रांतिकारी शहीदों के नाम व फोटो का दुरुपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीड़ी-सिगरेट के खोखे से माचिस खरीदते एक व्यक्ति के हाथ में शहीद चंद्रशेखर आजाद की फोटो व नाम वाली माचिस देखकर बहुत अचम्भा हुआ कि शहीदों को किस तरह प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 'राज मैच वक्र्स, कोविलपट्टी' नाम की कंपनी द्वारा निर्मित माचिस जो मार्केट में बिक रही है वह खत्म होने पर पैरों या कूड़ेदान में फेंकी जाती है। ऐसी वस्तु पर क्रांतिकारी शहीदों की फोटो व नाम छाप कर कुछ व्यापारी ओछी मानसिकता का परिचय दे रहे हैं। संगठन नेताओं ने कहा कि गुलामी की जंजीरों से देश को स्वतंत्र करवाने के लिए क्रांतिकारियों ने फांसी के फंदों को चूमने तक में हिचक नहीं कि जिनमें मुख्य रूप से शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद का नाम भारत की आम जनता गर्व से लेती है। लेकिन कुछ शरारती तत्व इन्हीं क्रांतिकारी शहीदों का अपमान कर रहे हैं, ऐसे लोगों के विरुद्ध सरकार द्वारा तुरंत प्रभाव से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए अन्यथा दोनों संगठन अन्य स्वतंत्रता सेनानी व सामाजिक संगठनों के तालमेल से व्यापाक स्तर पर आंदोलन करेंगे। श्री गौतम व सहगल ने हिसार जनसंघर्ष समिति के अध्यक्ष गौतम सरदाना के प्रयासों से नगर के भगत सिंह चौक पर स्थापित शहीद भगत सिंह की प्रतिमा के जीर्णोद्धार की कार्रवाई के लिए धन्यवाद किया। साथ ही नगरपालिका प्रशासन की शहीदों की प्रतिमाओं के प्रति नकारात्मक भावनाओं की कड़ी भत्र्सना की और लोगों से भी अपील की कि वे इन प्रतिमाओं के आसपास कूड़ा न डालें। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 23 मार्च को शहीदी दिवस के अवसर पर शहीद भगत सिंह व राजगुरू की शहर में स्थापित प्रतिमाओं पर माल्र्यापण करेंगे।