किसान जागृति संघ की बैठक आयोजित
17 मार्च 2010
सिरसा। किसान जागृति संघ की एक अहम बैठक मंगलवार स्थानीय जाट धर्मशाला में प्रधान जसकरणजीत सिंह सेखों की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में किसान यूनियन के प्रधान घासीराम नैन द्वारा गत दिवस की गई उस टिप्पणी की निंदा की गई जिसमें उन्होंने किसानों को अपने गेहूं को मंडियों में नहीं बेचने बारे आह्वान किया था। प्रधान जसकरणजीत सिंह सेखों ने कहा कि किसानों को मंडी में गेहूं बेचने से उन्हें समय पर धन की प्राप्ति होती रहेगी जिससे उनकी दिनचर्या भी सुचारू रूप से चलती रहेगी। इसके अतिरिक्त उन्होंने व्यापारियों को गेहूं का स्टॉक करने एवं गेहूं के निर्यात में छूट देने की भी मांग की है जिससे किसानों को गेहूं का उच्चतम मूल्य मिलेगा। उन्होंने गेहूं पर बिक्री कर एवं मार्किट फीस में भी छूट देने की भी मांग की जिससे उसका लाभ किसानों को मिल सके। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि यदि व्यापारी किसान को उसकी फसल का पूरा मूल्य नहीं देता तो सरकार को स्वयं निर्धारित मूल्य पर उसकी फसल खरीदनी चाहिए। उन्होंने कहा कि घासीराम नैन को किसानों के हितों की बात करनी चाहिए न कि उन्हें बहकाने की। इस अवसर पर उनके साथ संरक्षक पृथ्वी सिंह बैनीवाल, सचिव नेकीराम सिहाग, खजांची प्रवीन बिश्नोई, सरदार दलसिंह बराड़, यशपाल भांभू, रेशम सिंह बराड़, रविन्द्र भांभू, नरेन्द्र, अभय ज्याणी तथा दौलत बराड़ सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।
सिरसा। किसान जागृति संघ की एक अहम बैठक मंगलवार स्थानीय जाट धर्मशाला में प्रधान जसकरणजीत सिंह सेखों की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में किसान यूनियन के प्रधान घासीराम नैन द्वारा गत दिवस की गई उस टिप्पणी की निंदा की गई जिसमें उन्होंने किसानों को अपने गेहूं को मंडियों में नहीं बेचने बारे आह्वान किया था। प्रधान जसकरणजीत सिंह सेखों ने कहा कि किसानों को मंडी में गेहूं बेचने से उन्हें समय पर धन की प्राप्ति होती रहेगी जिससे उनकी दिनचर्या भी सुचारू रूप से चलती रहेगी। इसके अतिरिक्त उन्होंने व्यापारियों को गेहूं का स्टॉक करने एवं गेहूं के निर्यात में छूट देने की भी मांग की है जिससे किसानों को गेहूं का उच्चतम मूल्य मिलेगा। उन्होंने गेहूं पर बिक्री कर एवं मार्किट फीस में भी छूट देने की भी मांग की जिससे उसका लाभ किसानों को मिल सके। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि यदि व्यापारी किसान को उसकी फसल का पूरा मूल्य नहीं देता तो सरकार को स्वयं निर्धारित मूल्य पर उसकी फसल खरीदनी चाहिए। उन्होंने कहा कि घासीराम नैन को किसानों के हितों की बात करनी चाहिए न कि उन्हें बहकाने की। इस अवसर पर उनके साथ संरक्षक पृथ्वी सिंह बैनीवाल, सचिव नेकीराम सिहाग, खजांची प्रवीन बिश्नोई, सरदार दलसिंह बराड़, यशपाल भांभू, रेशम सिंह बराड़, रविन्द्र भांभू, नरेन्द्र, अभय ज्याणी तथा दौलत बराड़ सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।