ईश्वर सभी प्रकार से पूर्ण:स्वामी केशवानंद
08 May 2010
सिरसा। श्री सनातन धर्म सभा सिरसा के तत्वाधान में आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान महायज्ञ के पूर्णाहुति के अवसर पर नैमिषारण्य तीर्थ से आए हुए डा. स्वामी केशवानंद सरस्वती जी ने कहा कि ईश्वर सभी प्रकार से पूर्ण है। ज्ञान, वैराग्य, धर्म, यश, ऐश्वर्य और श्री अर्थात् लक्ष्मी से भगवान हमेशा परिपूर्ण हैं। उन पूर्ण परमात्मा से यदि हम अपनी साधनाओं के द्वारा सम्पूर्ण प्राप्त कर लें तो भी पूर्ण परमात्मा में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं होती। इसी प्रकार भगवान की कथा की भी आज पूर्णाहुति हो रही है। फिर भी कथा अपने आप में अभी प्रथम दिन जितना अवशिष्ट था उतना ही आज भी अवशिष्ट है। क्योंकि हरिअनंत हरिकथा अनन्ता, कहहिं सुनहिं बहुविधि सब संता। स्वामी जी ने यज्ञ का महत्व बताते हुए कहा कि स्वाहा देवताओं का बैंक है। स्वाहा का उच्चारण और साकल्य का प्रदान ये दोनों धन हैं। जिस देवता का उच्चाराण् करके स्वाहा बोला जाता है। वह साकल्यरूपि सम्पत्ति उस देवता को मिल जाती है। जिससे देवता प्रसन्न होते हैं। शास्त्रों में वर्णन आता है। हम देवताओं को प्रसन्न करें तो देवता अनुकूल जल, वायु, दृष्टि आदि प्रदान करके दैविक भौतिक पदार्थों से पुष्ट करते हुए हमें अध्यात्मिकता की ओर अग्रसर करते हैं। पूर्णाहुति से पूर्व हवन यज्ञ मेंं प्रधान आरपी शर्मा, सचिव बजंरग पारीक, कार्यकारी प्रधान नवीन केडिया, प्रमोद मोहन गौत्तम, रामअवतार हिसारिया, सर्वोत्तम शर्मा, सुरेंद्र बांसल, अशोक कुमार गुप्ता अशोक तलवाडिया, कुंजबिहारी सर्राफ, अश्वनी शर्मा, गोबिंद राम ङ्क्षजदल, जयगोबिंद गर्ग केके शर्मा, अशोक बांसल, नंदलाल गोयल के अतिरिक्त सप्ताह में प्रतिदिन आने वाले भक्तों ने सपरिवार हवन के साथ पूर्णाहिुति डाली। उसके पश्चात भोग लगाकर भंडारा के रूप में प्रसाद वितरण किया गया।