औरतो की आयु पुरुषों की अपेक्षा अधिक क्यों होती हैं
विशेषज्ञों को यह देखकर बड़ी हैरानी हैं की भारत में महिलाओ का रहन सहन पुरुषों की अपेक्षा घटिया हैं, फ़िर भी वे उनसे अधिक आयु तक क्यों जीवित रहती हैं भारतीय पुरूष की आयु औसतन महिला से ४ या ५ साल कम होती हैं कारण हैं कि प्रकति ने उन्हें आनुवंशिक गुण अधिक दिए हैं
चिकिस्तक खोज के अनुसार प्रत्येक सेल के गुण तत्व में इसका रहस्य छुपा हुआ हैं जिसके द्वारा शरीर को संचारू सञ्चालन के आदेश दिए जाते हैं एक पुरूष में माँ से एक एक्स गुण और पिता से एक वाई गुण मिलता हैं यही कारण हैं कि कुछ महत्वपूर्ण जीन को केवल ही प्रति मिलती हैं माँ अथवा पिता दोनों कि और से परन्तु महिला को दो एक्स गुण मिलते हैं जिसका अर्थ हैं कि महिलाओ के पास महत्वपूर्ण जीन के दो सूत्र उपलब्ध रहते हैं सच तो यह हैं कि महिला में दो 'सेल लाइन' अर्थात जीवाणु स्त्रोत रहते हैं परन्तु ७३ और ९३ का आयु की महिलाओ के जीवाणु की जांच की गई तो पता चला कि प्रत्येक जीवाणु एक गुण विशेष को प्रयुक्त करता हैं डा.कारे क्रिश्चेन के अनुसार एक जीवाणु स्त्रोत कुछ खास बेहतर नहीं हैं पुरुषों के शरीर में एक जीवाणु स्त्रोत रहता हैं इसलिए उन्हें एक ही मौका मिलता हैं पशुओ के जीवाणु अध्ययन में भी इसकी पुष्टि होती हैं स्तन जीवी पशुओ में दो अलग लिंग जीवाणु होते हैं और इनकी आयु उन पशुओ से कम होती हैं जिनमे दो जीवाणु स्त्रोत होते हैं पक्षियों में इसका विपरीत सत्य हैं, नर पक्षी मादा पक्षियों से अधिक आयु वाले होते हैं पुरषों के महिला से पहले मरने के अनेक कारण और भी हैं विशेषकर पुरुषों ने महिला की अपेक्षा अधिक तम्बाकू और शराब का सेवन किया हैं पुरूष दुर्घटना के अधिक शिकार होते हैं क्यूंकि वे अधिक खतरनाक काम करते हैं महिलाओ के सेक्स हार्मोन में पुरषों की अपेक्षा कम होती हैं अब यह सिद्ध हुआ कि हारमोन के कारण दिल के दौरे से बचाव होता हैं आज कल युवा दिल की बीमारी से अधिक मरते हैं युवतिया शायद ही कभी रक्त नलिका अथवा श्वास नलिका के रुकने से मरती हो परन्तु यह प्रभाव युवावस्था तक रहता हैं इसके बाद स्त्री पुरुषों के दिल के रोग से मरने वालो की संख्या बराबर हो जाती हैं निश्चय ही महिला पुरूष की अपेक्षा अधिक तनाव सह सकती हैं कारण महिला जोर से चिल्ला उठती हैं परन्तु पुरूष ऐसा नहीं कर सकता इनका कारण उनके अंदर तनाव जमा रहता हैं उदाहरण के रूप में यदि कोई पुरूष मर जाता हैं तो स्त्री विधवा होकर भी अपने आप को शीघ्र संयत कर लेती हैं मगर पत्नी मर जाए तो पति के लिए सहन करना कठिन हो जाता हैं शारीरिक दुःख भी महिलाए अधिक सह लेती हैं बड़े आपरेशन के बाद वे अपेक्षाकृत अधिक तेज़ी से स्वास्थ्य लाभ कर लेती हैं महिला की औसतन शक्ति सुनने के बेहतर होती हैं शाम को ६ बजे से लेकर रात्री पर्यंत ७ बजे तक वे बहुत अच्छा सुनती हैं