राज्यस्थान के जोर पर विकास
जयपुर(प्रेसवार्ता): भाजपा के सत्ता छीनने के बाद कांग्रेस के लिए यह जरुरी था कि वह कुछ ऐसे कदम उठाती ताकि जनता को पता चले कि नई सरकार कुछ काम अच्छे कर रहीं हैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जहाँ शहरो की यातायात, सीवर, पार्को के सौन्द्रियकरण की योजना बना रहे हैं, वहीं केन्द्रीय सरकार राज्य में मैनेजमेंट कालेज खोलने पर विचार कर रही हैं केन्द्र के अंतरिम बज़ट में इसका संकेत भी दिया गया हैं सबसे बड़ी बात यह हैं कि कांग्रेस की नई सरकार राजनीति प्रतिशोध का पोस्टमार्टम करने की जरूरत नहीं समझी गई इससे अनावश्यक विवाद भी नहीं पैदा हों रहे हैं
संसद में अंतरिम बजट पेश करते समय कार्यकारी वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने उच्च शिक्षा का उल्लेख करते हुए कहा था कि 11वी पंचवर्षीय योजना में जो 2009-10 से शुरू हो रहीं हैं, चार आईआईएम(इंडियन इंस्टीट्यूट्स ऑफ़ मैनेजमेंट) खोले जाने हैं ये आईआईएम हरियाणा, राजस्थान, झारखंड और तमिलनाडु में खुलेंगे विरोधी दलों के लिए यह आलोचना का विषय हो सकता हैं क्योंकि हरियाणा, राजस्थान और झारखंड में कांग्रेस की सरकार हैं, जबकि तमिलनाडु में यूपीए के सहयोगी घटक द्रमुक की सरकार हैं लेकिन इन राज्यों की जनता को इससे प्रयोजन नहीं हैं जनता को खुशी हैं कि युवाओ के लिए उच्च शिक्षा का बेहतर संस्थान प्राप्त होगा राज्यस्थान में आईआईटी के बाद ऐसे संस्थान की जरूरत महसूस की जा रहीं थी