जहां घर-घर बिच्छू हैं
हनुमानगढ़ः- जंगलों में हिसंक जानवर पंछी और जहरीले, जीव जंतुओं का होना एक साधारण बात है पर यह जानकर आश्चर्य होगा कि दुनिया में कुछ ऐसे ग्राम भी है, जहां घर घर में जहरीले जीव जंतुओं का बोलबाला है दक्षिणी अफ्रीका में जोहसटर नामी कस्बे में कई हजार घर हैं और इनमें पांच-पांच ईंच लंबे काले रंग के बिच्छुओं की भरभार है इन बिच्छुओं में काफी जहर रहता है जिस पत्थर या चट्टान के नीचे यह बिच्छु रहते हैं वह भी जहरीले हो जाते हैं यदि गल्ती से इन पत्थरों या चट्टानों पर कोई जानवर या पक्षी बैठ जाये, तो उसकी मृत्यु हो जाती है यहां के लोग इन बिच्छुओं से बचने के लिए अपने शरीर पर प्रतिदिन जडी बूटियों का लेप करते हैं और यह लेप पालतु जानवरो और पक्षियों पर भी किया जाता है ताकि उन पर कोई प्रभाव न पड़ेऐसे ही राजस्थान के गीजगढ़ नामी एक ग्राम में बड़ी संख्या में बिच्छु हैं- जोंकि घरों में तबाही मचाते है घर के बिस्तर, अलमारी, चुल्हा, घर के चौंक चबूतरे इत्यादि स्थानों पर यह बिच्छु चींटी मकोड़ों की तरह भारी संख्या में इधर उधर फुद्कते रहते हैं और यहां के लोग इनसे बचने के लिए ऊंचे स्थानों पर रहते है रात को सोते समय चारपाई के चारों पांव के नीचे पानी भरी थाली रखते हैं, ताकि बिच्छु पानी की मदद से चारपाई पर न आकर डंक मार सके आश्चर्यजनक बात यह भी है कि ग्राम में बड़ी संख्या में जहरीले सांप और गोहर भी है तथा इनमें से प्रतिदिन ८-१० गोहरे ५०-६० सांप और सैंकडों संख्या में बिच्छु मारे जाते हैं स्पेन के बोरिया ग्राम में पीले रंग के बिच्छुओं की भरमार हैं यहां के कुछ आदिवासी इन बिच्छुओं का जहर निकालकर नशीली दवाईयां भी बनाते हैं यहां के बिच्छुओं की एक विशेष पहचान है कि वह डंक मारने से पहले अपने मुंह् में इस प्रकार का संगीत पैदा करते हैं उतरी अमेरिका की सैडसन नामी बस्ती में खतरनाक जहरीले सांप और बिच्छु होते हैं यह सांप बिच्छु घरों में इस प्रकार आराम करते देखे जा सकत हैं- जैसे वह अपने बिल में आराम कर रहे है