नजरें चाल-ढाल और स्टाइल पर
जब आप कुछ कर रहे हो तो सर न खुजाए, न ही नाखून चलायें जोर जोर से अपने पैरों को न हिलाएं ऐसा करना आपकी छटपटाहट को दर्शाता हैं
कुर्सी से उठते समय सहारा नहीं लेना चाहिए अपने सहारे से उठे चलते समय ध्यान दे कि कदम इधर से उधर न डगमगाए सीधे चलें बठते समय कमर झुकाकर नहीं, सीधा बैठें कुछ लोग चलते समय पाँव पटककर या घसीटकर चलते हैं इससे व्यक्तिव अनाकर्षक लगता हैं किसी से मिलकर बातें करते समय उंगलिया चटकाना अच्छे व्यक्तिव के प्रतिकूल लगता हैं आप चाहे किसी भी स्थिति में क्यों न बैठे, यदि चहरे पर खिली मुस्कान होगी वह आपके व्यक्तित्व को चार चाँद लगा देगी काफ़ी समय से एक ही मुद्रा में बैठे या खड़े खड़े थक गए हो तो दीवार या किसी चीज़ का सहारा ले लें पैर के तालुओ को मोड़कर रिलेक्स न होइय बातें करते समय हाथ नचाना, आखें मटकाना, हस्ते समय किसी को थपथपाना आपकी पर्सनेलिटी को बिगाड़ सकता हैं बात करते समय आँखों को जमीन की तरफ़ न रखे,न ही पैर के अंगूठे को जमीन को कुरेदे यह शिष्टाचार के अनुकूल हैं बैठे समय विशेषकर किसी के सामने टांग पर टांग न रखे दोनों घुटनों को मिलाकर टाँगे सीधी करके बैठे जोर जोर से बात करना, ठहाके लगाकर हसना, ताली बजाना, हाथ मारकर बात करना बचकाना लगता हैं जिससे आपका व्यक्तित्व ख़राब होता हैं इन सब बातो को ध्यान में रखकर आप अपने व्यक्तित्व में चार चाँद लगा सकते हैं "सुभाष बांसल (न्यूज़प्लस)"