मुख्यमंत्री पद के दावेदारों की लंबी कतार: कुलदीप बिश्रोई
सिरसा(सिटीकिंग) जनहित कांग्रेस के सुप्रीमो कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के आधा दर्जन दावेदार हैं। कोई कहता है कि रोहतक की चौधर लाउंगा, कोई कहता है दक्षिण हरियाणा की चौधर के लिए मुझे समर्थन दें और कोई कहता है कि जींद की चौधर लाने के लिए चुनाव लड़ रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं समूचे हरियाणा की चौधर और प्रदेश की 36 बिरादरी को भरपूर मान-सम्मान दिलाने के लिए राजनीति में आया हूं। चौ. भजनलाल पार्टी के संरक्षक और हमारे मार्गदर्शक हैं और हमारा जनता किसी पार्टी से नहीं बल्कि प्रदेश की 36बिरादरी के मतदाताओं से है। वे सिरसा हलके के गांव डिंग, जोधकां, बाजेकां, बेगू व मोडियाखेड़ा में पार्टी प्रत्याशी वीरभान मेहता के चुनाव प्रचार अभियान के तहत जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे। हलके में पहुंचने पर कहीं मोटर साइकिलों के काफिले के अगुवानी में जोरदार स्वागत हुआ, कहीं फूलमालाओं, पगडिय़ों, नोटों की मालाओं से सामूहिक अभिनंदन किया गया। पार्टी के युवा नेतृत्व को देखने व सुनने के लिए जनसभाओं में भारी भीड़ उमड़ी। उन्होंने कहा कि पार्टी के निष्ठावान नेता और कार्यकर्ता चौ. भजनलाल परिवार के सदस्य की तरह हैं। पार्टी की नींव भी इन लोगों पर है। पार्टी के नेता अपने को चौ. भजनलाल व कार्यकर्ता कुलदीप बिश्नोई समझकर तैयारियों में जुट जाएं। हमेशा झूठ व अन्याय पर सच्चाई और न्याय की जीत होती है। करीब पौने पांच साल पहले आपने चौ. भजनलाल को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कांग्रेस को अपार जनसमर्थन दिया था किंतु सोनिया गांधी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा जैसे भ्रष्ट व अनुभवहीन व्यक्ति को आप पर थोंप दिया। ऐसा करके कांग्रेस ने आपके वोट का अपमान किया है और अब इस अपमान का हिसाब चुकाने का समय आ गया है। इसलिए अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर ही वोट डालना। अपने संबोधन में कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि कांग्रेसी सरकार ने विकास और रोजगार तो मुख्यमंत्री के गृह हलके में दिए हैं और अब वोट मांगने के लिए पूरे प्रदेश में झोली में फैला रहे हैं। अब तो प्रदेश भर के लोग उनका खुलकर विरोध करने लगे हैं, लोग उनसे पूछते हैं कि क्या रोजगार और विकास पर हमारा अधिकार नहीं था। हजकां सुप्रीमो ने कहा कि कांग्रेस ने लोगों को रोजगार देने का वायदा किया था किंतु पिछले साढ़े चार साल में रोजगार के अवसर मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के एक हलके तक सिमटकर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि हजकां की सरकार बनने पर युवाओं को रोजगार देने के लिए नौकरियों में जिला स्तर पर कोटा निर्धारित किया जाएगा। मुख्यमंत्री बनने के बाद 365 दिनों में 1.10 रिक्त पदों पर भर्तियां की जाएंगी। यदि इस समय में एक परिवार को एक रोजगार नहीं दे पाया तो 366वें दिन अपने पद से त्याग-पत्र दे दूंगा। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में 80 फीसदी रोजगार प्रदेशवासियों के लिए आरक्षित किए जाएंगे। हर साल 50 हजार सरकारी नौकरियों में भर्ती की जाएगी। शिक्षकों को सम्मान स्वरूप स्कूल से घर तक फ्री आवागमन की व्यवस्था होगी। रोजगार पाने की उम्र गंवा चुके लोगों, बेरोजगारों, महिलाओं व बुजुर्गों को 2000 रुपए मासिक भत्ता दिया जाएगा। गरीब परिवारों को सालाना 50 हजार मुफ्त मकानों का आवंटन। बेरोजगारों व किसानों को दो लाख रुपए का कर्ज तीन साल के लिए बिना ब्याज। वर्तमान में सूखा पीडि़त किसानों को प्रति एकड़ दस हजार रुपए का मुआवजा। व्यापारियों को राहत देने के लिए फार्म-38समाप्त किया जाएगा तथा स्टॉक पर वैट हटाया जाएगा। हजकां अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस भय व भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने के नाम पर सत्ता में आई थी किंतु आज कांग्रेसी मुख्यमंत्री स्वयं भय व भ्रष्टाचार के प्रतीक बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने केवल वही घोषणाएं की हैं जिन्हें पूरा किया जा सके जबकि मुख्यमंत्री पिछले साढ़े चार साल में केवल लुभावनी व झूठी घोषणाएं करके लोगों को बरगलाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता उनकी सच्चाई जान चुकी है और इस बार झांसे में आने वाली नहीं। हजकां अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी उम्मीदवार वीरभान मेहता को आपकी मांग पर ही मैदान में उतारा गया है। यह जमीन से जुड़ी हुई नेता हैं और आपके सुख-दुख की साथी है। जनसभाओं के संबोधन में पार्टी उम्मीदवार वीरभान मेहता ने कहा कि मैं पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद चौ. भजनलाल व पार्टी अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई और हलके की जनता के विश्वास पर खरा उतरुगां। उन्होंने कहा कि हजकां नेतृत्व ने संघर्षशील व निष्ठावान लोगों को हमेशा सिर आंखों पर बिठाया है। चाहे टिकट देना हो या फिर पार्टी संगठन में नियुक्ति, उन्होंने हमेशा ही जमीन से जुड़े लोगों का सम्मान किया है। अब उनकी सोच को सही व न्यायशील साबित करना हम सबकी जिम्मेदारी है। इस अवसर पर उनके साथ देवीलाल बैनीवाल, पालाराम कंबोज, दलीप बिश्नोई, कुलदीप भांभू, सज्जन भांभू, राममूर्ति कासनिया, हलका प्रधान राधेश्याम वर्मा, रौनकराम फुटेला, पृथ्वीराम जोशी, ओमप्रकाश फुटेला पार्षद, नीरू बजाज पार्षद, मनोहर लाल जांगड़ा, सोमनाथ मिगलानी, अजमेर सेठी, जयबीर चांडीवाल, अनिल बामलिया, धर्मपाल फौजी, शकुंतला देवी, श्रीराम चौहान, राजू बैनीवाल, सुल्तान बिश्नोई, रमेश सैनी, विजय मेहरा, प्रदीप कंबोज एडवोकट, उदयपाल एडवोकेट आदि भी उपस्थित थे।