कनेक्शन लगा नहीं, बिल भेजा दस हजार का
30 दिसंबर 2009
ऐलनाबाद(सिटीकिंग) दूषित पेयजल से परेशान लोगों को जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग ने एक और झटका दिया है। विभाग ने यहां के वार्ड 11 निवासी एक व्यक्ति को बिना पानी का कनेक्शन लगाए ही करीब दस हजार रुपये का बिल भेज दिया। प्रेमदास की कुटिया के नजदीक रहने वाले भादरमल ने बताया कि उसने 16 फरवी 1994 को अपने घर में पानी का कनेक्शन लेने के लिए अपनी पत्नी चंद्रकला के नाम से विभाग के स्थानीय कार्यालय में आवेदन किया था। जिसके तहत सड़क क्षतिग्रस्त करने की फीस के रूप में बाकायदा 42 रुपये का भुगतान भी किया था। बाद में विभाग के आदेश पर 28 पुरवरी 1994 को 200 रुपये प्रतिभूति राशि का भुगतान भी किया था। इसके बावजूद विभाग ने उनके यहां पानी का कनेक्शन नहीं किया। इस दौरान 9 मार्च 1998 को उनकी पत्नी चंद्रकला का देहांत हो गया जिनकी मौखिक सूचना उन्होंने विभाग को दी थी। भादरमल ने बताया कि इसके बावजूद विभाग ने उसके यहां पानी का कनेक्शन नहीं लगाया। अब विभाग ने उसके पास 9,325 रुपये का बिल भेजा है जिससे 9,100 रुपये बकायदा दर्शाया गया है। भादरमल ने विभाग को लिखा है कि उसके यहां पानी का कनेक्शन कभी लगाया ही नहीं गया तो ऐसे में बिल भेजने और उसे भरने का कोई औचित्य हीं नहीं बनता है।
ऐलनाबाद(सिटीकिंग) दूषित पेयजल से परेशान लोगों को जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग ने एक और झटका दिया है। विभाग ने यहां के वार्ड 11 निवासी एक व्यक्ति को बिना पानी का कनेक्शन लगाए ही करीब दस हजार रुपये का बिल भेज दिया। प्रेमदास की कुटिया के नजदीक रहने वाले भादरमल ने बताया कि उसने 16 फरवी 1994 को अपने घर में पानी का कनेक्शन लेने के लिए अपनी पत्नी चंद्रकला के नाम से विभाग के स्थानीय कार्यालय में आवेदन किया था। जिसके तहत सड़क क्षतिग्रस्त करने की फीस के रूप में बाकायदा 42 रुपये का भुगतान भी किया था। बाद में विभाग के आदेश पर 28 पुरवरी 1994 को 200 रुपये प्रतिभूति राशि का भुगतान भी किया था। इसके बावजूद विभाग ने उनके यहां पानी का कनेक्शन नहीं किया। इस दौरान 9 मार्च 1998 को उनकी पत्नी चंद्रकला का देहांत हो गया जिनकी मौखिक सूचना उन्होंने विभाग को दी थी। भादरमल ने बताया कि इसके बावजूद विभाग ने उसके यहां पानी का कनेक्शन नहीं लगाया। अब विभाग ने उसके पास 9,325 रुपये का बिल भेजा है जिससे 9,100 रुपये बकायदा दर्शाया गया है। भादरमल ने विभाग को लिखा है कि उसके यहां पानी का कनेक्शन कभी लगाया ही नहीं गया तो ऐसे में बिल भेजने और उसे भरने का कोई औचित्य हीं नहीं बनता है।