पशु संरक्षण पखवाड़ा समापन समारोह 30 जनवरी को करनाल में
29 जनवरी 2010
सिरसा(सिटीकिंग) सम्पूर्ण देश भर में पशु संरक्षण पखवाड़े के तहत कल 30 जनवरी को करनाल स्थित श्री कृष्ण गौशाला में पशु संरक्षण पखवाड़े का समापन समारोह आयोजित किया जाएगा जिसकी अध्यक्षता भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड के चेयरमैन एवं रिटायर्ड मेजर जनरल डा० आर.एम. खरब करेगे। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि भारतीय जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड के सदस्य डा० ओमस्वरूप ब्रह्मचारी होंगे। यह जानकारी देते हुए मानद जीव जन्तु कल्याण अधिकारी रमेश मेहता ने बताया कि इसी कड़ी के तहत गत सप्ताह डा० ओमस्वरूप ब्रह्मचारी सिरसा पहुंचे और उन्होंने जिला की भिन्न-भिन्न गऊशालाओं के पदाधिकारियों को इस समारोह में पहुँचने का निमन्त्रण दिया तथा पशु संरक्षण एवं सुरक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डा० ओमस्वरूप ब्रह्मचारी अपने अभियान के तहत सिरसा के बाद ओढां, डबवाली होते हुए लुधियाना, चण्डीगढ़ तथा तत्पश्चात हिमाचल प्रदेश के लिए होते हुए अंत में करनाल पहुंचेगे। इस सम्बन्ध मेंजीव-जन्तु कल्याण अधिकारी रमेश मेहता ने सभी गौभक्तों तथा पशु पे्रेमियों ने इस अवसर पर अधिक-से-अधिक संख्या में करनाल पहुंचने का आह्वान किया है ताकि पशुओं तथा गौरक्षार्थ में जुटे संगठन को और अधिक बल मिल सके।
सिरसा(सिटीकिंग) सम्पूर्ण देश भर में पशु संरक्षण पखवाड़े के तहत कल 30 जनवरी को करनाल स्थित श्री कृष्ण गौशाला में पशु संरक्षण पखवाड़े का समापन समारोह आयोजित किया जाएगा जिसकी अध्यक्षता भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड के चेयरमैन एवं रिटायर्ड मेजर जनरल डा० आर.एम. खरब करेगे। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि भारतीय जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड के सदस्य डा० ओमस्वरूप ब्रह्मचारी होंगे। यह जानकारी देते हुए मानद जीव जन्तु कल्याण अधिकारी रमेश मेहता ने बताया कि इसी कड़ी के तहत गत सप्ताह डा० ओमस्वरूप ब्रह्मचारी सिरसा पहुंचे और उन्होंने जिला की भिन्न-भिन्न गऊशालाओं के पदाधिकारियों को इस समारोह में पहुँचने का निमन्त्रण दिया तथा पशु संरक्षण एवं सुरक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डा० ओमस्वरूप ब्रह्मचारी अपने अभियान के तहत सिरसा के बाद ओढां, डबवाली होते हुए लुधियाना, चण्डीगढ़ तथा तत्पश्चात हिमाचल प्रदेश के लिए होते हुए अंत में करनाल पहुंचेगे। इस सम्बन्ध मेंजीव-जन्तु कल्याण अधिकारी रमेश मेहता ने सभी गौभक्तों तथा पशु पे्रेमियों ने इस अवसर पर अधिक-से-अधिक संख्या में करनाल पहुंचने का आह्वान किया है ताकि पशुओं तथा गौरक्षार्थ में जुटे संगठन को और अधिक बल मिल सके।