वह सांपों को चबा जाता है
29 जनवरी 2010
प्रस्तुति: प्रैसवार्ता
कमलापुर। जिस विषधर को देख लोगों के पसीने छूट जाते हैं, उसे सीतापुर का नान्हू कच्चा चबा जाता है। नान्हू को जहरीला सांप खाते देख आपके रोंगटे भले ही खड़े हो जाएं, लेकिन वह जरा भी विचलित नहीं होता। वर्षों से यह उसका शौक है, इसलिए सांपों के शिकार में भी नान्हू महारथी हो चुका है। सिधौली कोतवाली इलाके के मुड़हा गांव निवासी राजकुमार उर्फ नान्हू तकरीबन दो दशक से सुरैंचा स्टेट के पूर्व राजा उदयभान सिंह के यहां काम करता है। नान्हू के सांप खाना शुरू करने की कहानी भी अजीब है। बीस साल पहले उसे शरीर में जकडऩ की बीमारी थी। इससे त्रस्त नान्हू ने खुदकुशी करने की ठानी और एक सांप को भून कर खा डाला। नान्हू ने प्रैसवार्ता को बताया कि सांप खाने के बाद उसकी मौत तो नहीं हुई, बल्कि बीमारी में सुधार हो गया, फिर तो वह सांपों पर कहर बनकर टूट पड़ा। कहीं सांप दिखने की बात सुनता तो कामकाज छोड़कर वहां पहुंच जाता। उसका यह शौक इस कदर परवान चढ़ा कि सांप न मिलने पर बिच्छू, नेवले खाने लग गया। सांपों के शिकार में माहिर हो चुके नान्हू ने बताया कि विषधर का मांस मीठा और स्वादिष्ट होता है। उसने कहा कि जहरीला सांप खाते ही उसके शरीर में स्फूर्ति भर जाती है। इलाके के लोग भी नान्हू का साथ देने लगे और कहीं सांप दिखने पर नान्हू को इत्तला करने लगे।