पंजाबी सत्कार सभा द्वारा पंजाबी भाषा की अधिसूचना को व्यवहारिक रूप से लागू करने की मांग
10 फरवरी 2010
सिरसा(सिटीकिंग) पंजाबी सत्कार सभा,जिला सिरसा ने हरियाणा सरकार से पंजाबी भाषा को दूसरी भाषा का दर्जा देने वाली अधिसूचना को व्यावहारिक रूप से लागू करने की मांग की है। आज यहाँ जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में सभा के प्रधान प्रदीप सचदेवा ने कहा कि हालाँकि हाल ही में सरकार ने पंजाबी को दूसरी भाषा का दर्जा देने वाली नोटीफिकेशन जारी कर दी थी लेकिन अभी तक इसके अंतर्गत उठाये जाने वाले क़दमों के बारे में सरकार ने कोई खुलासा नहीं किया है.सचदेवा ने कहा कि हरियाणा में रहने वाले पंजाबी भाषी लोग पिछले 44 वर्षों तक अपनी मां बोली से दूर रहे हैं इस लिए सरकार को चाहिए कि वह इस गुरूओं -पीरों की अनमोल भेंट को विकसित होने के लिए पूरा अवसर प्रदान करे.उन्होंने सरकारी सकूलों में तीसरी कक्षा से ही पंजाबी विषय पढ़ाने की व्यवस्था करने की मांग सरकार से की. उन्होंने राज्य सरकार से प्रत्येक सरकारी सकूल में पंजाबी का अध्यापक नियुक्त करने और राज्य के सभी विश्विद्यालयों में पंजाबी विभाग खोलने की मांग की. श्री सचदेवा ने यह भी मांग की कि सभी सरकारी कार्यालयों में पंजाबी के स्टेनो भी नियुक्त किये जाएँ ताकि पंजाबी में पत्राचार करने वाले लोगों को पंजाबी में ही उत्तर मिल सके. उन्होंने पंजाबी समाज से जाती-पाती से ऊपर उठ कर अपनी मां बोली को उसका उचित स्थान दिलवाने के लिए एक जुट होने का आह्वान किया.उन्होंने सभी पंजाबी संगठनों को इस मांग को लेकर एक सामूहिक आन्दोलन चलाने का निमंत्रण दिया और कहा की ऐसे आन्दोलन की पहल करने के लिए पंजाबी सत्कार सभा हमेशा पक्षधर और तत्पर है।
सिरसा(सिटीकिंग) पंजाबी सत्कार सभा,जिला सिरसा ने हरियाणा सरकार से पंजाबी भाषा को दूसरी भाषा का दर्जा देने वाली अधिसूचना को व्यावहारिक रूप से लागू करने की मांग की है। आज यहाँ जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में सभा के प्रधान प्रदीप सचदेवा ने कहा कि हालाँकि हाल ही में सरकार ने पंजाबी को दूसरी भाषा का दर्जा देने वाली नोटीफिकेशन जारी कर दी थी लेकिन अभी तक इसके अंतर्गत उठाये जाने वाले क़दमों के बारे में सरकार ने कोई खुलासा नहीं किया है.सचदेवा ने कहा कि हरियाणा में रहने वाले पंजाबी भाषी लोग पिछले 44 वर्षों तक अपनी मां बोली से दूर रहे हैं इस लिए सरकार को चाहिए कि वह इस गुरूओं -पीरों की अनमोल भेंट को विकसित होने के लिए पूरा अवसर प्रदान करे.उन्होंने सरकारी सकूलों में तीसरी कक्षा से ही पंजाबी विषय पढ़ाने की व्यवस्था करने की मांग सरकार से की. उन्होंने राज्य सरकार से प्रत्येक सरकारी सकूल में पंजाबी का अध्यापक नियुक्त करने और राज्य के सभी विश्विद्यालयों में पंजाबी विभाग खोलने की मांग की. श्री सचदेवा ने यह भी मांग की कि सभी सरकारी कार्यालयों में पंजाबी के स्टेनो भी नियुक्त किये जाएँ ताकि पंजाबी में पत्राचार करने वाले लोगों को पंजाबी में ही उत्तर मिल सके. उन्होंने पंजाबी समाज से जाती-पाती से ऊपर उठ कर अपनी मां बोली को उसका उचित स्थान दिलवाने के लिए एक जुट होने का आह्वान किया.उन्होंने सभी पंजाबी संगठनों को इस मांग को लेकर एक सामूहिक आन्दोलन चलाने का निमंत्रण दिया और कहा की ऐसे आन्दोलन की पहल करने के लिए पंजाबी सत्कार सभा हमेशा पक्षधर और तत्पर है।