पर्यावरण को सबसे ज्यादा खतरा वाहनों से उत्पन्न हुए धुएं से: कस्बा
14 फरवरी 2010
सिरसा(सिटीकिंग) पर्यावरण को सबसे ज्यादा खतरा वाहनों से उत्पन्न धुएं तथा जहरीली गैस छोडऩे वाले फैक्ट्रियों से है। वाहनों के प्रयोग पर स्वेच्छा से ही कमी लाई जा सकती है और इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है। यह बात नगर की प्रमुख समाजसेवी संस्था नेशनल वैल्फेयर ऑर्गेनाईजेशन द्वारा आज सुरखाब चौक स्थित होटल रिजेन्सी में आयोजित एक परिचर्चा में सेवानविृत्त आई.पी.एस. अधिकारी चौ. छोटूराम कस्वां ने कही। श्री कस्वां ने कहा कि साईकिल तथा धुआं रहित वाहनों के प्रयोग को अधिकाधिक प्रोत्साहन देना चाहिए। इससे ने केवल ईंधन का खर्च घटेगा बल्कि पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं को भी हल किया जा सकता है। इस अवसर पर परिचर्चा के अध्यक्ष एवं ऑर्गेनाईजन के प्रधान चौ. जगदीश नेहरा ने कहा कि कुछ विकसित देश साईकिल के महत्व को समझने लगे हैं तथा हमारे देश में भी इस प्रकार का चलन बन सकता है। उन्होंने कहा कि यदि हम अपने स्तर पर प्रयास करके कुछ करना चाहें तो ऐसा सम्भव है। श्री नेहरा ने कहा कि साईकिल के प्रयोग से स्वास्थ्य लाभ होता है। इस अवसर पर ऑर्गेनाईजेशन के पदाधिकारी एवं रिटायर्ड एक्सन आर.के. गोयल ने कहा कि इन्सान अपने कष्टों के लिए स्वयं ही जिम्मेवार है तथा हमें इसके लिए उल्लेखनीय प्रयास करना होगा तथा साईकिल के प्रयोग को महत्व देना होगा। आर्गेनाईजेशन के वरिष्ठ सदस्य डा० सतपाल सिंह जोत ने कहा कि नगर में बच्चों से भरे ओवरलोड रिक्शाओं को सख्ती से नियंत्रित किया जाना चाहिए। इससे दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। चर्चा में एम.एम.सी. के विद्यार्थी एवं नाटककार मुकुल मोंगा ने मुख्य अतिथि द्वारा बताए गए सुझावों पर अमल करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एक छोटी डोक्यूमैंटरी बनाकर तथा नुक्कड़ नाटक द्वारा लोगों को पर्यावरण सम्बन्धी संदेश दिया जा सकता है। इस अवसर पर संस्था के महासचिव डॉ० राजकुमार निजात, सचिव सुभाष कस्वां, उपाध्यक्ष रमेश मेहता, कश्मीरी लाल नरूला, जीवन जिन्दल, सौगता संस्था के वरिष्ठ सदस्य सुभाष बिश्नोई, मेनपाल मलेठिया, एस.बी.आई. के शाखा प्रबन्धक मनीष अग्रवाल ने भी प्रदूषण को रोकने की आवश्यकता पर सहमति जताई। इस अवसर पर सभी उपस्थित लोग इस बात से सहमत थे ऐसे पुनीत कार्यों की शुरूआत खुद से ही की जा सकती है तथा संस्था द्वारा निकट भविष्य में एक पर्यावरण निकाले जाने का व असहाय लोगों का वस्त्र वितरण करने का भी निर्णय लिया गया।
सिरसा(सिटीकिंग) पर्यावरण को सबसे ज्यादा खतरा वाहनों से उत्पन्न धुएं तथा जहरीली गैस छोडऩे वाले फैक्ट्रियों से है। वाहनों के प्रयोग पर स्वेच्छा से ही कमी लाई जा सकती है और इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है। यह बात नगर की प्रमुख समाजसेवी संस्था नेशनल वैल्फेयर ऑर्गेनाईजेशन द्वारा आज सुरखाब चौक स्थित होटल रिजेन्सी में आयोजित एक परिचर्चा में सेवानविृत्त आई.पी.एस. अधिकारी चौ. छोटूराम कस्वां ने कही। श्री कस्वां ने कहा कि साईकिल तथा धुआं रहित वाहनों के प्रयोग को अधिकाधिक प्रोत्साहन देना चाहिए। इससे ने केवल ईंधन का खर्च घटेगा बल्कि पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं को भी हल किया जा सकता है। इस अवसर पर परिचर्चा के अध्यक्ष एवं ऑर्गेनाईजन के प्रधान चौ. जगदीश नेहरा ने कहा कि कुछ विकसित देश साईकिल के महत्व को समझने लगे हैं तथा हमारे देश में भी इस प्रकार का चलन बन सकता है। उन्होंने कहा कि यदि हम अपने स्तर पर प्रयास करके कुछ करना चाहें तो ऐसा सम्भव है। श्री नेहरा ने कहा कि साईकिल के प्रयोग से स्वास्थ्य लाभ होता है। इस अवसर पर ऑर्गेनाईजेशन के पदाधिकारी एवं रिटायर्ड एक्सन आर.के. गोयल ने कहा कि इन्सान अपने कष्टों के लिए स्वयं ही जिम्मेवार है तथा हमें इसके लिए उल्लेखनीय प्रयास करना होगा तथा साईकिल के प्रयोग को महत्व देना होगा। आर्गेनाईजेशन के वरिष्ठ सदस्य डा० सतपाल सिंह जोत ने कहा कि नगर में बच्चों से भरे ओवरलोड रिक्शाओं को सख्ती से नियंत्रित किया जाना चाहिए। इससे दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। चर्चा में एम.एम.सी. के विद्यार्थी एवं नाटककार मुकुल मोंगा ने मुख्य अतिथि द्वारा बताए गए सुझावों पर अमल करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एक छोटी डोक्यूमैंटरी बनाकर तथा नुक्कड़ नाटक द्वारा लोगों को पर्यावरण सम्बन्धी संदेश दिया जा सकता है। इस अवसर पर संस्था के महासचिव डॉ० राजकुमार निजात, सचिव सुभाष कस्वां, उपाध्यक्ष रमेश मेहता, कश्मीरी लाल नरूला, जीवन जिन्दल, सौगता संस्था के वरिष्ठ सदस्य सुभाष बिश्नोई, मेनपाल मलेठिया, एस.बी.आई. के शाखा प्रबन्धक मनीष अग्रवाल ने भी प्रदूषण को रोकने की आवश्यकता पर सहमति जताई। इस अवसर पर सभी उपस्थित लोग इस बात से सहमत थे ऐसे पुनीत कार्यों की शुरूआत खुद से ही की जा सकती है तथा संस्था द्वारा निकट भविष्य में एक पर्यावरण निकाले जाने का व असहाय लोगों का वस्त्र वितरण करने का भी निर्णय लिया गया।