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चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में किया गया वैटलैंड डे का आयोजन

3 फरवरी 2010
सिरसा(सिटीकिंग)
चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के ऊर्जा एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा विभाग के सेमिनार हाल में वैटलैंड डे का शानदार आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभाग के छात्र-छात्राओं की पोस्टर, स्लोगन, कविता, भाषण एवं स्किट प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। पोस्टर मेकिंग में छात्रा शालू ने प्रथम, पूजा ने द्वितीय सुमन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार स्लोगन मेकिंग में रविंद्र प्रथम, पूजा द्वितीय मुकेश तीसरे स्थान पर रहे। भाषण में गीतिका प्रथम, कोमल द्वितीय रविंद्र को तृतीय स्थान मिला। कविता में ममता, स्किट में सुनीता मोनिका को मेडल प्रदान किए गए। गुरू जंभेश्वर विश्वविद्यालय में एम.टेक के विद्यार्थियों आलोक सुधीर को भी कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग के लिए पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर ऊर्जा एवं पर्यावरण विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. एसके गहलावत ने उपस्थित प्राध्यापकों विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए पहले तो इस तरह का कार्यक्रम करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज हमें इस बात को अच्छी तरह जान लेना चाहिए कि बिना पानी के जीवन की संभावना भी नहीं की जा सकती। पानी को किस प्रकार से बचाया जा सकता है, उसकी जागरूकता हर व्यक्ति तक पहुंचानी होगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के ठोस कचरे, पेस्टीसाइड्स, इंसेक्टिसाइड्स आदि से पानी प्रदूषित हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पुलिस यातायात के नियमों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए पोस्टर स्लोगन आदि प्रयोग करती है इसी प्रकार हमें पानी की बचत करने और उसे प्रदूषण से रोकने के लिए जागरूकता फैलानी होगी। विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. रानी ने कहा कि जीवन के लिए पानी की जरूरत को नकारा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पहला वैटलैंड झज्जर के पास भिंडावास में बनाया गया। हरियाणा में कुल 14 वैटलैंड हैं जिनमें जलीय जीवों का संरक्षण किया जाता है और पानी को संरक्षित किया जाता है। डॉ. मोहम्मद कासिफ किदवई ने कहा कि पर्यावरण बचाव का मुद्दा सबसे बड़ा है और वैटलैंड से जुड़ी तमाम चीजों के संरक्षण की आवश्यकता है। इस अवसर पर डॉ. अंजू, छात्रा लावण्या, ममता, सुमन, गीतिका आदि ने भी अपनी प्रस्तुति दी।

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