सिक्खों के सिर काटने की इनेलो ने की कड़ी निंदा
23 फरवरी 2010
चंडीगढ(सिटीकिंग) इनेलो ने पाकिस्तान के पेशावर शहर में तालिबान द्वारा दो सिखों के सिर कलम किए जाने की अमानवीय घटना की कड़े शब्दों में भत्र्सना करते हुए केन्द्र सरकार से सिखों सहित विदेशों में रहने वाले भारतीय मूल के सभी लोगों की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने की मांग की है। इनेलो ने केन्द्र सरकार की उदासीनता की भी कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाने की भी मांग की है। इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमन्त्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि इस जघन्य हत्याकाण्ड की जितनी भी निन्दा की जाए उतनी कम है और यह मानवता के खिलाफ घोर अपराध है। इनेलो प्रमुख ने कहा कि केन्द्र सरकार की कमजोरी व ढुलमुल नीतियों के कारण आज देश में जगह-जगह आतंकवाद, अलगाववाद व उग्रवाद पनप रहा है और आए दिन विदेशों में भारतीय मूल के लोगों की निर्मम हत्याएं की जा रही हैं।
पूर्व मुख्यमन्त्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि विश्वभर में बसने वाले भारतीय मूल के लोगों की जानमाल की सुरक्षा प्रदान करना व उनके हितों की रक्षा करना केन्द्र सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि देश में आए दिन हो रही बम विस्फोट की घटनाओं और निरन्तर फैल रहे उग्रवाद को काबू पाने में केन्द्र सरकार पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के शहर पेशावर में तालिबान द्वारा दो निर्दोष सिखों की हत्या किए जाने की जघन्य घटना ने पूरे देश के जनमानस को झिंझोड़ कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय बातचीत करने के लिए तो बहुत उतावली है लेकिन अभी तक वे यह सुनिश्चित नहीं कर पाई कि पाकिस्तान उग्रवाद को बढ़ावा देने वाली अपनी गतिविधियों पर कब रोक लगाएगा।
श्री चौटाला ने कहा कि कभी ऑस्ट्रेलिया में निर्दोष भारतीयों की हत्या कर दी जाती है और कभी विश्व के किसी अन्य देश में भारतीय मूल के लोगों को बेवजह मौत के घाट उतार दिया जाता है। इसके बाद भी केन्द्र सरकार कोई सख्त कदम उठाने की बजाय अपनी नाकामियों को छिपाने में लगी रहती है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय बातचीत करने से पहले हमारे पड़ौसी देश को यह स्पष्ट संदेश दिया जाना चाहिए कि जब तक ऐसी घिनौनी कार्रवाई व हरकतें जारी रहेंगी तब तक ऐसी किसी भी द्विपक्षीय बातचीत का कोई अर्थ नहीं रह जाता। इनेलो प्रमुख ने कहा कि अब तक आई सूचनाओं के अनुसार गुरविन्दर सिंह और गुरजीत सिंह अभी तक भी तालिबान के कब्जे में हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय के सहयोग से तालिबान द्वारा बंधक बनाए गए इन निर्दोष सिखों को भी तुरन्त सुरक्षित छुड़ाने के लिए हर सम्भव प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले काफी दिनों से निरन्तर यह खबरें आ रही थी कि पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में रहने वाले सिखों पर तालिबान आतंकवादियों ने जजिया-धार्मिक टैक्स लगाया है और इसी के चलते वहां से सिखों का निरन्तर पलायन हो रहा है। उन्होंने कहा कि जजिया लगाने व दो हफ्ते पहले तालिबान द्वारा पाकिस्तान में सिखों का अपहरण किए जाने की भी निरन्तर खबरें आ रही थी। उन्होंने कहा कि अगर केन्द्र सरकार समय रहते इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए कार्रवाई करती तो निश्चित तौर पर बेकसूर सिखों की जान बचाई जा सकती थी।
पूर्व मुख्यमन्त्री ने केन्द्र की सरकार को बेहद कमजोर व निकम्मी सरकार बताते हुए कहा कि आज देश के अनेक राज्यों में अलगाववादी तत्व सिर उठा रहे हैं और आए दिन कहीं न कहीं ऐसी घटनाएं घट रही है जो देश की एकता और अखण्डता के लिए न सिर्फ खतरा है बल्कि जात-पात, धर्म-मजहब के नाम पर भी जहर फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार अपनी जिम्मेदारियां निभाने की बजाय ऐसी घटनाओं पर मूकदर्शक बनी हुई है जिससे स्थिति और भी ज्यादा भयावह बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर केन्द्र ने तुरन्त इस दिशा में जरूरी कदम न उठाए तो देश के हालात और भी ज्यादा चिन्ताग्रस्त हो जाएंगे।
पूर्व मुख्यमन्त्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि विश्वभर में बसने वाले भारतीय मूल के लोगों की जानमाल की सुरक्षा प्रदान करना व उनके हितों की रक्षा करना केन्द्र सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि देश में आए दिन हो रही बम विस्फोट की घटनाओं और निरन्तर फैल रहे उग्रवाद को काबू पाने में केन्द्र सरकार पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के शहर पेशावर में तालिबान द्वारा दो निर्दोष सिखों की हत्या किए जाने की जघन्य घटना ने पूरे देश के जनमानस को झिंझोड़ कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय बातचीत करने के लिए तो बहुत उतावली है लेकिन अभी तक वे यह सुनिश्चित नहीं कर पाई कि पाकिस्तान उग्रवाद को बढ़ावा देने वाली अपनी गतिविधियों पर कब रोक लगाएगा।
श्री चौटाला ने कहा कि कभी ऑस्ट्रेलिया में निर्दोष भारतीयों की हत्या कर दी जाती है और कभी विश्व के किसी अन्य देश में भारतीय मूल के लोगों को बेवजह मौत के घाट उतार दिया जाता है। इसके बाद भी केन्द्र सरकार कोई सख्त कदम उठाने की बजाय अपनी नाकामियों को छिपाने में लगी रहती है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय बातचीत करने से पहले हमारे पड़ौसी देश को यह स्पष्ट संदेश दिया जाना चाहिए कि जब तक ऐसी घिनौनी कार्रवाई व हरकतें जारी रहेंगी तब तक ऐसी किसी भी द्विपक्षीय बातचीत का कोई अर्थ नहीं रह जाता। इनेलो प्रमुख ने कहा कि अब तक आई सूचनाओं के अनुसार गुरविन्दर सिंह और गुरजीत सिंह अभी तक भी तालिबान के कब्जे में हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय के सहयोग से तालिबान द्वारा बंधक बनाए गए इन निर्दोष सिखों को भी तुरन्त सुरक्षित छुड़ाने के लिए हर सम्भव प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले काफी दिनों से निरन्तर यह खबरें आ रही थी कि पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में रहने वाले सिखों पर तालिबान आतंकवादियों ने जजिया-धार्मिक टैक्स लगाया है और इसी के चलते वहां से सिखों का निरन्तर पलायन हो रहा है। उन्होंने कहा कि जजिया लगाने व दो हफ्ते पहले तालिबान द्वारा पाकिस्तान में सिखों का अपहरण किए जाने की भी निरन्तर खबरें आ रही थी। उन्होंने कहा कि अगर केन्द्र सरकार समय रहते इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए कार्रवाई करती तो निश्चित तौर पर बेकसूर सिखों की जान बचाई जा सकती थी।
पूर्व मुख्यमन्त्री ने केन्द्र की सरकार को बेहद कमजोर व निकम्मी सरकार बताते हुए कहा कि आज देश के अनेक राज्यों में अलगाववादी तत्व सिर उठा रहे हैं और आए दिन कहीं न कहीं ऐसी घटनाएं घट रही है जो देश की एकता और अखण्डता के लिए न सिर्फ खतरा है बल्कि जात-पात, धर्म-मजहब के नाम पर भी जहर फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार अपनी जिम्मेदारियां निभाने की बजाय ऐसी घटनाओं पर मूकदर्शक बनी हुई है जिससे स्थिति और भी ज्यादा भयावह बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर केन्द्र ने तुरन्त इस दिशा में जरूरी कदम न उठाए तो देश के हालात और भी ज्यादा चिन्ताग्रस्त हो जाएंगे।