28 मार्च को होने वाले मौन प्रदर्शन की तैयारियां जोरो पर
22 मार्च 2010
हिसार: हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ ने परिवहन विभाग का निजीकरण रोकने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करवाने तथा अन्य मांगों को लेकर 28 मार्च को रोहतक में किए जाने वाले मौन प्रदर्शन की तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी है। तैयारियों की कड़ी में संघ ने राज्य के अनेक डिपुओं व सब डिपुओं का दौरा करके गेट मीटिंगें की और इन गेट मीटिंगों में संगठन को कर्मचारियों का भारी सहयोग मिला। संघ के प्रदेशाध्यक्ष दलबीर किरमारा, वरिष्ठ उप प्रधान सूरजभान बिश्नोई एवं महासचिव बिरखाराम ने एक संयुक्त बयान में बताया कि 28 मार्च को किए जाने वाले मौन प्रदर्शन के प्रति कर्मचारियों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। मौन प्रदर्शन के दौरान रोडवेज कर्मचारी 28 मार्च को रोहतक के रोडवेज डिपो से मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के आवास तक जाएंगे। मौन प्रदर्शन की तैयारियों को लेकर संगठन की टीम ने राज्य के यमुनानगर, कैथल, करनाल, पानीपत, रेवाड़ी, फरीदाबाद तथा टोहाना आदि डिपुओं व सब डिपुओं का दौरा किया और इस मौन प्रदर्शन के प्रति कर्मचारियों में भारी उत्साह देखा गया। रोडवेज नेताओं ने बताया कि राज्य सरकार 2699 रूट परमिट निजी हाथों में देकर परिवहन विभाग के निजीकरण की तैयारी कर रही है। सरकार की इस योजना को रोडवेज का कर्मचारी किसी कीमत पर सहन नहीं करेगा चाहे इसके लिए उसे कितना ही बड़ा संघर्ष क्यों न करना पड़े। उन्होंने कहा कि सर्दी-गर्मी 18 से 20 घंटे ड्यूटी करके परिवहन विभाग को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले कर्मचारियों की मेहनत पर पानी फेरकर सरकार इस विभाग को चंद लोगों के हाथों में सौंपने का प्रयास कर रही है जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। दलबीर किरमारा, सूरजभान बिश्नोई एवं बिरखाराम ने बताया कि इसी तरह वर्ष 1993 में लगे वर्कशॉप एवं कुछ अन्य कर्मचारियों को अभी तक पक्का नहीं किया गया है। संगठन काफी लंबे समय से इन कर्मचारियों को पक्का करने की मांग कर रहा है लेकिन सरकार के कानों पर जूं भी नहीं रेंग रही।
हिसार: हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ ने परिवहन विभाग का निजीकरण रोकने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करवाने तथा अन्य मांगों को लेकर 28 मार्च को रोहतक में किए जाने वाले मौन प्रदर्शन की तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी है। तैयारियों की कड़ी में संघ ने राज्य के अनेक डिपुओं व सब डिपुओं का दौरा करके गेट मीटिंगें की और इन गेट मीटिंगों में संगठन को कर्मचारियों का भारी सहयोग मिला। संघ के प्रदेशाध्यक्ष दलबीर किरमारा, वरिष्ठ उप प्रधान सूरजभान बिश्नोई एवं महासचिव बिरखाराम ने एक संयुक्त बयान में बताया कि 28 मार्च को किए जाने वाले मौन प्रदर्शन के प्रति कर्मचारियों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। मौन प्रदर्शन के दौरान रोडवेज कर्मचारी 28 मार्च को रोहतक के रोडवेज डिपो से मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के आवास तक जाएंगे। मौन प्रदर्शन की तैयारियों को लेकर संगठन की टीम ने राज्य के यमुनानगर, कैथल, करनाल, पानीपत, रेवाड़ी, फरीदाबाद तथा टोहाना आदि डिपुओं व सब डिपुओं का दौरा किया और इस मौन प्रदर्शन के प्रति कर्मचारियों में भारी उत्साह देखा गया। रोडवेज नेताओं ने बताया कि राज्य सरकार 2699 रूट परमिट निजी हाथों में देकर परिवहन विभाग के निजीकरण की तैयारी कर रही है। सरकार की इस योजना को रोडवेज का कर्मचारी किसी कीमत पर सहन नहीं करेगा चाहे इसके लिए उसे कितना ही बड़ा संघर्ष क्यों न करना पड़े। उन्होंने कहा कि सर्दी-गर्मी 18 से 20 घंटे ड्यूटी करके परिवहन विभाग को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले कर्मचारियों की मेहनत पर पानी फेरकर सरकार इस विभाग को चंद लोगों के हाथों में सौंपने का प्रयास कर रही है जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। दलबीर किरमारा, सूरजभान बिश्नोई एवं बिरखाराम ने बताया कि इसी तरह वर्ष 1993 में लगे वर्कशॉप एवं कुछ अन्य कर्मचारियों को अभी तक पक्का नहीं किया गया है। संगठन काफी लंबे समय से इन कर्मचारियों को पक्का करने की मांग कर रहा है लेकिन सरकार के कानों पर जूं भी नहीं रेंग रही।