कॉमनवेल्थ बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल
19 मार्च 2010
चंडीगढ़: भारतीय मुक्केबाजी फैडरेशन ने कॉमनवेल्थ बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में छह गोल्ड मैडल जीतने पर भारतीय मुक्केबाजों को बधाई देते हुए कहा कि इससे मुक्केबाजी फैडरेशन व प्रत्येक भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है। भारतीय मुक्केबाजी फैडरेशन के अध्यक्ष व ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि आखिर भारतीय मुक्केबाजी फैडरेशन की मेहनत रंग लाई है और भारतीय बॉक्सरों ने प्रतियोगिता में भारत को सर्वाधिक 36 अंक दिलाकर विजेता होने का श्रेय दिलाया है। भारतीय मुक्केबाजी फैडरेशन के अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने कहा कि स्वर्ण पदक विजेता छह मुक्केबाजों में से चार मुक्केबाज हरियाणा से हैं और उनके इस शानदार प्रदर्शन से यह साफ हो गया है कि भारतीय खिलाडिय़ों, उनके कोच, तकनीकी स्टाफ व फैडरेशन के सदस्यों के प्रयास निरन्तर सफल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में हुई कॉमनवेल्थ बॉक्सिंग में भारत ने चार गोल्ड मैडल जीते थे और इस बार फाइनल में रिंग में उतरे सभी छह भारतीय बॉक्सर गोल्ड मैडल जीतने में सफल रहे हैं। बुधवार को कॉमनवेल्थ बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में विजेंद्र ने 75 किलोग्राम मिडल वेट वर्ग के खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड के फ्रैंक बुगलियोनी को 13-3 के अन्तर से, दिनेश कुमार ने 81 किलोग्राम के लाइट हैवी वेट वर्ग में स्कॉटलेंड के कैलम जोनसन पर वॉक ओवर हासिल करते हुए, जयभगवान ने 60 किलोग्राम के लाइट फ्लाइवेट वर्ग में बहामा के वेलेंसन नोल्स को 6-2 से और परमजीत समोटा ने 91 किलोग्राम सुपर हैवीवेट वर्ग में न्यूजीलैंड के जोसेफ पार्कर को 7-3 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। इनके अलावा सुरंजय सिंह ने 52 किलोग्राम के फ्लाइवेट वर्ग में मारिशस के ओलिवर लेविगी को नॉक आउट में व अमनदीप ने 49 किलोग्राम के लाइट फ्लाइवेट वर्ग में केनया के पीटर मुंगई को 3-0 से हराते हुए स्वर्ण पदक जीतकर देश की झोली सोने के पदकों से भर दी।
चंडीगढ़: भारतीय मुक्केबाजी फैडरेशन ने कॉमनवेल्थ बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में छह गोल्ड मैडल जीतने पर भारतीय मुक्केबाजों को बधाई देते हुए कहा कि इससे मुक्केबाजी फैडरेशन व प्रत्येक भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है। भारतीय मुक्केबाजी फैडरेशन के अध्यक्ष व ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि आखिर भारतीय मुक्केबाजी फैडरेशन की मेहनत रंग लाई है और भारतीय बॉक्सरों ने प्रतियोगिता में भारत को सर्वाधिक 36 अंक दिलाकर विजेता होने का श्रेय दिलाया है। भारतीय मुक्केबाजी फैडरेशन के अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने कहा कि स्वर्ण पदक विजेता छह मुक्केबाजों में से चार मुक्केबाज हरियाणा से हैं और उनके इस शानदार प्रदर्शन से यह साफ हो गया है कि भारतीय खिलाडिय़ों, उनके कोच, तकनीकी स्टाफ व फैडरेशन के सदस्यों के प्रयास निरन्तर सफल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में हुई कॉमनवेल्थ बॉक्सिंग में भारत ने चार गोल्ड मैडल जीते थे और इस बार फाइनल में रिंग में उतरे सभी छह भारतीय बॉक्सर गोल्ड मैडल जीतने में सफल रहे हैं। बुधवार को कॉमनवेल्थ बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में विजेंद्र ने 75 किलोग्राम मिडल वेट वर्ग के खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड के फ्रैंक बुगलियोनी को 13-3 के अन्तर से, दिनेश कुमार ने 81 किलोग्राम के लाइट हैवी वेट वर्ग में स्कॉटलेंड के कैलम जोनसन पर वॉक ओवर हासिल करते हुए, जयभगवान ने 60 किलोग्राम के लाइट फ्लाइवेट वर्ग में बहामा के वेलेंसन नोल्स को 6-2 से और परमजीत समोटा ने 91 किलोग्राम सुपर हैवीवेट वर्ग में न्यूजीलैंड के जोसेफ पार्कर को 7-3 से हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। इनके अलावा सुरंजय सिंह ने 52 किलोग्राम के फ्लाइवेट वर्ग में मारिशस के ओलिवर लेविगी को नॉक आउट में व अमनदीप ने 49 किलोग्राम के लाइट फ्लाइवेट वर्ग में केनया के पीटर मुंगई को 3-0 से हराते हुए स्वर्ण पदक जीतकर देश की झोली सोने के पदकों से भर दी।