अवतारों की भूमि है भारत देश:संत रामायणी
19 मार्च 2010
हिसार: श्रीरामलीला कमेटी कटला हिसार द्वारा आयोजित राम नवमी महोत्सव कार्यक्रम के तीसरे दिन कल दिव्य रामकथा में श्रीधाम वृन्दावन से पधारे सन्त प्रीतम दास रामायणी ने कहा कि हमारा भारत देश परमात्मा के अवतारों की भूमि है। इस भारत भूमि पर बड़े-बड़े महापुरूष, संत, साध्वी, वीर पराक्रमी महान पुरूषों ने जन्म लेकर भारत माता के मस्तक को ऊंचा बनाया। परम पिता परमात्मा ने त्रेता युग में राम रूप में प्रकट होकर दुनिया वालों को मानवता का पाठ पढ़ाया और दुनिया में राम राज्य की स्थापना की, जिसका अनुकरण आज समस्त समाज कर रहा है। श्रीराम का जन्म दानवत्य को मिटाकर मानवत्य की स्थापना करता है। तीसरे दिन की कथा में वृंदावन से पधारे स्वामी प्रीतमदास श्री रामायणी द्वारा श्रीराम जन्म की सुंदर कथा कही। स्वामी जी ने बताया कि मनु और सतरूपा ने कई हजार वर्ष तक तपस्या कर भगवान को अपने पुत्र रूप में चाहा। भगवान ने प्रकट होकर उन्हें पुत्र रूप में उनके यहां जन्म लेने का वरदान दिया। भगवान श्रीराम ने अयोध्या में मनु-शतरूपा के यहां जन्म लिया। कल की कथा में नारायण दास बंसल, राजीव राजवंशी, पवन लोहिया, श्रीरामलीला कमेटी कटला के प्रधान विनोद गुप्ता, सतन बिंदल, सजन गुप्ता, जनकराज, वीरभान बंसल, राजेश शर्मा, बजरंग जिंदल, अश्वनी, दयानंद बंसल, शंकर जैन, अनीता कोहली, मंजू गुप्ता आदि उपस्थित थे।
हिसार: श्रीरामलीला कमेटी कटला हिसार द्वारा आयोजित राम नवमी महोत्सव कार्यक्रम के तीसरे दिन कल दिव्य रामकथा में श्रीधाम वृन्दावन से पधारे सन्त प्रीतम दास रामायणी ने कहा कि हमारा भारत देश परमात्मा के अवतारों की भूमि है। इस भारत भूमि पर बड़े-बड़े महापुरूष, संत, साध्वी, वीर पराक्रमी महान पुरूषों ने जन्म लेकर भारत माता के मस्तक को ऊंचा बनाया। परम पिता परमात्मा ने त्रेता युग में राम रूप में प्रकट होकर दुनिया वालों को मानवता का पाठ पढ़ाया और दुनिया में राम राज्य की स्थापना की, जिसका अनुकरण आज समस्त समाज कर रहा है। श्रीराम का जन्म दानवत्य को मिटाकर मानवत्य की स्थापना करता है। तीसरे दिन की कथा में वृंदावन से पधारे स्वामी प्रीतमदास श्री रामायणी द्वारा श्रीराम जन्म की सुंदर कथा कही। स्वामी जी ने बताया कि मनु और सतरूपा ने कई हजार वर्ष तक तपस्या कर भगवान को अपने पुत्र रूप में चाहा। भगवान ने प्रकट होकर उन्हें पुत्र रूप में उनके यहां जन्म लेने का वरदान दिया। भगवान श्रीराम ने अयोध्या में मनु-शतरूपा के यहां जन्म लिया। कल की कथा में नारायण दास बंसल, राजीव राजवंशी, पवन लोहिया, श्रीरामलीला कमेटी कटला के प्रधान विनोद गुप्ता, सतन बिंदल, सजन गुप्ता, जनकराज, वीरभान बंसल, राजेश शर्मा, बजरंग जिंदल, अश्वनी, दयानंद बंसल, शंकर जैन, अनीता कोहली, मंजू गुप्ता आदि उपस्थित थे।