संत स्वामी तेतानंद जी महाराज ने संगत को दिया आशीर्वाद
05 मार्च 2010
सिरसा(सिटीकिंग) यमुनानगर के कपाल मोचन आश्रम के संत बाबा लालदास, भगत रामदयाल जी महाराज, श्री गुरू रविदास आश्रम छप्पर जींद व ऐलनाबाद स्थित डेरा कबीर दास के संत स्वामी तेतानंद जी महाराज ने रानियां रोड स्थित गुरू रविदास मंदिर में पहुंचकर संगत को आशीर्वाद दिया और प्रवचन किए। इस अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे। श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए संत बाबा लालदास ने कहा कि सतगुरू रविदास जी महाराज ने भक्तिकाल में पैदा होकर समाज की सेवा करते हुए अपना जीवन बिताया। उन्होंने समाज में से जाति-पाति और ऊंच-नीच का भेद समाप्त करने के लिए जीवनपर्यंत संघर्ष किया और कहा कि जाति से बड़ा व्यक्ति का कर्म होता है। जो व्यक्ति कर्म से महान होता है वही महापुरुष कहलाता है चाहे वह किसी भी जाति में पैदा हुआ हो। इससे पूर्व बाबा लालदास ने गांव फूलकां में सतगुरू रविदास जी के मंदिर का शिलान्यास भी किया और श्रद्धालुओं को प्रवचन किए। इस अवसर पर समाज के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
सिरसा(सिटीकिंग) यमुनानगर के कपाल मोचन आश्रम के संत बाबा लालदास, भगत रामदयाल जी महाराज, श्री गुरू रविदास आश्रम छप्पर जींद व ऐलनाबाद स्थित डेरा कबीर दास के संत स्वामी तेतानंद जी महाराज ने रानियां रोड स्थित गुरू रविदास मंदिर में पहुंचकर संगत को आशीर्वाद दिया और प्रवचन किए। इस अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे। श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए संत बाबा लालदास ने कहा कि सतगुरू रविदास जी महाराज ने भक्तिकाल में पैदा होकर समाज की सेवा करते हुए अपना जीवन बिताया। उन्होंने समाज में से जाति-पाति और ऊंच-नीच का भेद समाप्त करने के लिए जीवनपर्यंत संघर्ष किया और कहा कि जाति से बड़ा व्यक्ति का कर्म होता है। जो व्यक्ति कर्म से महान होता है वही महापुरुष कहलाता है चाहे वह किसी भी जाति में पैदा हुआ हो। इससे पूर्व बाबा लालदास ने गांव फूलकां में सतगुरू रविदास जी के मंदिर का शिलान्यास भी किया और श्रद्धालुओं को प्रवचन किए। इस अवसर पर समाज के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।